नौ ट्रक शराब के पकड़े, कीमत पन्द्रह करोड़ से ज्यादा

इन्दौर शराब बंदी के बावजूद गुजरात में शराब तस्कर आसानी से शराब पहुंचा देते हैं आरोप जवाबदार विभागों पर मिलीभगत का लगाया जाता है। उस विभाग का स्पष्टीकरण आता है कि विभाग का अमला तक शराब तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई करते शराबी तस्करी रोकने का प्रयास करता रहता है इसके लिए बार्डर के टोल नाकों पर परमानेंट चेक पोस्ट बनाएं गए हैं। ऐसे ही एक चेक पोस्ट पिटोल नाके पर पुलिस कार्यवाही में नौ ट्रक शराब पकड़ी गई जो कि अवैध तरीके से तस्करी करते गुजरात के रास्ते दमन ले जाई जा रही थी। पकड़ी गई शराब की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। पुलिस मामले में जांच कार्रवाई करते पूरी जानकारी निकालने में जुटी है। मामले में बताया जा रहा है कि पिटोल चौकी पर तैनात पुलिस टीम ने सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए एक ट्रकों को रोका तो संदेह हुआ और गहन जांच की गई तो उसमे जांच में अवैध शराब पायी गई उसके बाद उस ट्रक के ड्राइवर से पूछताछ और उसकी निशानदेही पर पीछे से आ रहे आठ ओ ट्रकों को भी पकड़ लिया और चेकिंग में सभी में शराब मिली जिनकी कुल कीमत करीब पन्द्रह करोड़ रुपए से भी ज्यादा बताई जा रही है। पुलिस ने सभी नौ ट्रकों को थाने पहुंचा दिया है और उनके ड्राइवरों साथ पूछताछ कर भेजने वाले और पाने वाले की जानकारी निकाल रही हैं। पूछताछ में पुलिस को अभी तक यह बात पता चली है कि यह शराब ग्वालियर से गुजरात के रास्ते दमन दीव भेजी जा रही थी। पकड़े गए नौ में से सात ट्रकों के परमिट एक्सपायर हो चुके हैं। हालांकि पुलिस ने इस पूरे मामले की जानकारी आबकारी विभाग को भी दे दी गई है। लेकिन शंका आबकारी विभाग के अधिकारियों की भी इसमें संलिप्तता की है। वहीं इस कार्रवाई साथ शराब माफियाओं में भी हड़कंप मच गया है। फिलहाल पुलिस और आबकारी विभाग संयुक्त रूप से इस मामले की जांच करने रहे हैं।