नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्री अमित शाह के एक वायरल वीडियो ने पूरे देश में हलचल मचा दी। आंध्र प्रदेश के नवनिर्वाचित सीएम चंद्रबाबू नायडू के शपथ समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और और तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन के बीच कुछ बातचीत हुई थी। हालांकि, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि अमित शाह उनके साथ काफी सख्ती से बात कर रहे हैं। इस बातचीत के जरिए सियासी गलियों में इसे तिल का ताड़ बनाने की कोशिश की गई। लेकिन वायरल वीडियो से जुड़ी सभी अटकलों को पूर्व राज्यपाल ने खारिज कर दिया है।
बीजेपी नेता तमिलिसाई सुंदरराजन ने गुरुवार को सोशल मीडिया पोस्ट में कहा,कल ,जब मैं 2024 के चुनावों के बाद पहली बार आंध्र प्रदेश में गृह मंत्री अमित शाह से मिली, तो उन्होंने मुझे चुनाव के बाद की कार्रवाई और सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में पूछने के लिए बुलाया। जैसा कि मैं विस्तार से बता रही थी, वक्त की कमी की वजह से अत्यंत चिंता के साथ उन्होंने राजनीतिक और निर्वाचन क्षेत्र के काम को गहनता से करने की सलाह दी। यह सभी अटकलों को खत्म करने के लिए है। हालांकि, डीएमके नेताओं ने इस वीडियो के सहारे भाजपा को घेरने की कोशिश की। पूर्व केंद्रीय मंत्री और डीएमके नेता दयानिधि मारन ने वीडियो को लेकर अमित शाह की आलोचना की और घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। दयानिधि मारन ने कहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। वह तेलंगाना और पुडुचेरी की राज्यपाल थीं। हमें बुरा लग रहा है। क्या गृह मंत्री, निर्मला सीतारमण या एस जयशंकर के साथ भी ऐसा ही व्यवहार करेंगे? सिर्फ इसलिए कि वह (तमिलनाडु) तमिलनाडु से हैं, क्या उनके साथ ऐसा व्यवहार किया जा सकता है? यह बहुत ही अप्रिय है।