राहुल गांधी को मिला ईवीएम पर एलन मस्क का सहारा

दुनिया के सबसे बड़े अमीर कारोबारी तथा डिजिटल कारोबार के बड़े जानकार एलॉन मस्क ने इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन पर सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ईवीएम मशीन से चुनाव खत्म कर देने चाहिए। इसे व्यक्तियों द्वारा या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए आसानी से हैक किया जा सकता है। उन्होंने अमेरिका और भारत के संदर्भ में यह बात कही है। इसके बाद एक बार फिर ईवीएम मशीन का जिन्न बाहर निकाल कर आ गया है। अगले महीने सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में सुनवाई है। राहुल गांधी ने भी एलन मस्क का बयान आने के बाद ईवीएम मशीन को ब्लैक बॉक्स बताकर इस मामले को तूल दे दिया है। चुनाव आयोग की निष्पक्षता को भी उन्होंने निशाने पर रखा है।

2024 का मोदी के 400 पार का नारा और 2004 का इंडिया साइनिंग
2004 के लोकसभा चुनाव में प्रमोद महाजन चुनाव का सारा कामकाज देख रहे थे। उन्होंने इंडिया साइनिंग का नारा दिया था। प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की योजनाओं की काफी चर्चा हो रही थी। इसमें प्रधानमंत्री सड़क योजना सभी को प्रभावित कर रही थी। 2004 के जब चुनाव परिणाम आए। भारतीय जनता पार्टी को पराजय का सामना करना पड़ा। 2004 में यूपीए की सरकार बनी,और मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने।
2024 में 400 पार का नारा लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी चुनाव मैदान में उतरी थी। इस बार प्रमोद महाजन के स्थान पर अमित शाह थे। इस चुनाव में भी भाजपा को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। 20 साल बाद इतिहास में एक बार फिर अपने आप को दोहराया। इसमें केवल एक अंतर है। भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला, एनडीए को मिल गया है। अब एनडीए की सरकार है। इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। दोनों के पास बहुमत इतना कम है। कभी भी कुछ भी हो सकता है।

भगवान राम और भगवान जगन्नाथ की चर्चा
पिछले तीन दशक से भारतीय जनता पार्टी भगवान राम के आशीर्वाद और भगवान राम के सहारे राजनीति कर रही थी। 2014 में स्पष्ट बहुमत की केंद्र में मोदी सरकार बन गई। राम मंदिर का मामला भी निपट गया। राम मंदिर भी बन गया। भारत के कोने कोने में भगवान राम की जय जयकार हुईं।
2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश अयोध्या और अन्य धार्मिक स्थलों से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार चुनाव हार गए। वहीं उड़ीसा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन गई। केंद्र में भी उड़ीसा से सबसे ज्यादा समर्थन इस बार नरेंद्र मोदी को मिला। उन्होंने जय जगन्नाथ के नारे लगाना शुरू कर दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जय जगन्नाथ के नारे लगाने के बाद से, अब उनके फॉलोअर भी जय जगन्नाथ का नारे लगा रहे हैं। इन सब में भगवान राम कहां गुम हो गए? अब यह चर्चा का विषय बनता चला जा रहा है। अयोध्या और अन्य धार्मिक स्थलों में हुई हार के बाद, जिस तरह से यूपी के मतदाताओं को,सोशल मीडिया में भगवान राम के नाम पर अपमानित किया गया। उससे लगता है, अब राजनीति में भगवान की पूजा भक्त की इच्छा पूर्ण करने पर ही होगी। जो भगवान अपने भक्त की इच्छा पूरी ना कर पाए, उनकी पूजा करने का क्या लाभ।

कब आएगा राजनीतिक भूचाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव प्रचार की अंतिम सभा में कहा था। देश में 6 महीने के बाद बड़ा राजनीतिक भूचाल आएगा। उन्होंने कहा था कि सभी परिवारवादी पार्टियां बिखर जाएगी। परिवारवादी पार्टियों के कार्यकर्ता भी थक गए हैं। उन्होंने कहा था, इस चुनाव में भाजपा प्रचंड बहुमत के साथ चुनाव जीतकर आ रही है।
अब स्थितियां बिल्कुल बदल गई हैं। भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। एनडीए की सरकार जरूर बन गई है। लेकिन वह भी परिवारवादी पार्टियों के सहारे बनी है। अब राजनीति में कौन सा भूचाल आएगा। इसकी चर्चा दिल्ली में होने लगी है। भारतीय जनता पार्टी अब नया लोटस ऑपरेशन शुरू करेगी। जिसकी शिकार परिवारवादी पार्टियां होगी। सबसे ज्यादा परिवारवाद की पार्टी एनडीए गठबंधन में है। उसके बाद इंडिया गठबंधन का नंबर भी आता है। (