डॉलर के मुकाबले रुपया और कच्चे तेल की कीमत पर भी बाजार की नजर रहेगी
मुंबई । इस सप्ताह निवेशकों की नजर मानसून की प्रगति, जुलाई में आने वाले बजट, विदेशी निवेशकों द्वारा किये जाने वाले निवेश, डॉलर के मुकाबले रुपए की चाल, कच्चे तेल की कीमत और वैश्विक बाजार पर भी बाजार की नजर रहेगी। वहीं वैश्विक स्तर पर अमेरिका में पहली तिमाही का जीडीपी डाटा और व्यक्तिगत उपभोग व्यय मूल्य सूचकांक के आंकड़े 27 और 28 जून को जारी किये जाएंगे। इनका असर बाजार पर देखने को मिल सकता है। बाजार विश्लेषकों का कहना है कि विश्व बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर सरकार के खरीफ फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाने से हुई लिवाली की बदौलत बीते सप्ताह मजबूत रहे घरेलू शेयर बाजार पर अगले सप्ताह माल एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद की बैठक के नतीजों का असर भी बाजार पर रहेगा। पिछले सप्ताह सेंसेक्स में 217 अंक और निफ्टी में 35 अंक का इजाफा हुआ। निफ्टी बैंक बाजार का स्टार परफॉर्मर रहा। इसने करीब तीन प्रतिशत का रिटर्न दिया। भारतीय शेयर बाजारों के लिए पिछला सप्ताह कंसोलिडेशन वाला रहा। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में करीब 0.2 प्रतिशत की मामूली बढ़त रही। यह लगातार तीसरा सप्ताह था, जब बाजार में साप्ताहिक रिटर्न सकारात्मक रहा है। बाजार विश्लेषकों का कहना है कि बाजार इस सप्ताह एक सीमित दायरे में रह सकता है। इसकी वजह बाजार में खरीदारी और बिक्री के लिए किसी मजबूत संकेत का न होना है। हालांकि, बाजार में अंडरकरेंट तेजी का है। अगर कोई भी गिरावट आती है तो वह खरीदारी का मौका होगी। वहीं अगर कोई बड़ी तेजी आती है तो मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है। निफ्टी 23,400 अंक से 23,700 अंक की रेंज में रह सकता है। बैंक निफ्टी की टोन बुलिश है, लेकिन 51,500 अंक के ऊपर टिके रहना होगा। अगर 52,200 अंक के ऊपर जाता है तो 53,000 अंक को छू सकता है। सपोर्ट 49,900 अंक से लेकर 50,500 अंक के बीच है। अगर यह रेंज टूटती है तो यह 49,000 अंक तक भी उतर सकता है।