मणिपुर में कई विधायकों ने दिल्ली में डेरा डाला, सीएम बीरेन को छोड़ना पड़ सकती है कुर्सी

इंफाल । मणिपुर में चल रही हिंसा को रोकने में नाकाम रहे राज्य के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को अपनी कुर्सी छोड़ना पड़ सकती है। वजह ये है कि हिंसा के खिलाफ कई विधायकों ने दिल्ली में ढेरा डाला हुआ है। इसी बीच अटकलें हैं कि मणिपुर में नेतृत्व परिवर्तन भी हो सकता है। एन बीरेन सिंह सरकार के ही विधायकों के दिल्ली पहुंचने के बाद इस तरह के कयास और भी तेज हो गए हैं। हालांकि सीएम बीरेन सिंह ने इस तरह के कयासों को कोरी अफवाह बताते हुए खारिज किया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ के चलते इस तरह की अफवाह फैला रहे हैं। हालांकि उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि उनके कुछ विधायक दिल्ली पहुंचे हैं। उनका दावा है कि मणिपुर में जातीय हिंसा के समाधान के लिए वह बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व के नेताओं से मुलाकात करने गए हैं।
मणिपुर के एक मंत्री ने ही दावा किया था कि पिछले साल जून में मुख्यमंत्री ने लगभग इस्तीफा दे ही दिया था। वह अपना त्यागपत्र लेकर राजभवन पहुंच गए थे। लेकिन तभी उनके आवास के बाहर उनके समर्थन में महिलाओं ने मानव श्रृंखला बनाई। इसके बाद उन्होंने फैसला बदल लिया। बताया गया कि उनका त्यागपत्र दो मंत्रियों ने छीन लिया और फाड़ दिया। वे चाहते थे कि बीरेन सिंह मुख्यमंत्री बने रहें। बता दें कि मणिपुर की हिंसा में अब तक 200 से ज्यादा की मौत हो गई है। वहीं 50 हजार लोगों को घर बार छोड़ना पड़ा। कुछ दिन पहले रिपोर्ट आई थी कि मणिपुर सरकार में सहयोगी नागा पीपल्स फ्रंट, नेशनल पीपल्स पार्टी और जेडीयू मुख्यमंत्री पर इस्तीफे का दबाव बना रहे हैं। खबरों के मुताबिक बीजेपी नेतृत्व के इस बात कि लिए मनाने के प्रयास कई बार हो चुके हैं कि एन बीरेन सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाया जाए और नया मुख्यमंत्री बनाया जाए। 2017 में वह मणिपुर के मुख्यमंत्री बने थे। वहीं पिछले साल 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा शुरू हुई।