वेंकैया नायडू ने राष्ट्रसेवा और जनसेवा को हमेशा सर्वोपरि रखा

पूर्व उपराष्ट्रपति का आज जन्मदिवस, पीएम मोदी ने दी बधाई
नई दिल्ली । भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति और बीजेपी के दिग्गज नेता वेंकैया नायडू आज 74 साल के हो गए। वेंकैया नायडू की चुनावी जीत ने ही साउथ में बीजेपी का रास्ता प्रशस्त किया। वेंकैया नायडू के जन्मदिन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने एक लेख के माध्यम से उन्हें जन्मदिन की बधाई दी है। पीएम मोदी ने वेंकैया नायडू को राजनीति में शुचिता का प्रतीक बताया है। वेंकैया नायडू एक विशाल व्यक्तित्व की व्यापक उपलब्धियों को अपने में समेटे हुए हैं। उनका जीवन सेवा, समर्पण और संवेदनशीलता की ऐसी यात्रा है, जिसके बारे में सभी जानना चाहते हैं।
आज भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू गारू का जन्मदिवस है। वेंकैया नायडू आज 75 वर्ष के हो गए हैं। उन्होंने राष्ट्रसेवा और जनसेवा को हमेशा सर्वोपरि रखा है। पीएम मोदी ने कहा कि मैं उनके दीर्घायु होने और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं। देश में उनके लाखों चाहने वाले हैं। मैं उनके सभी शुभचिंतकों और समर्थकों को भी बधाई देता हूं। वेंकैया जी का 75वां जन्मदिवस एक विशाल व्यक्तित्व की व्यापक उपलब्धियों को समेटे हुए है उनका जीवन सेवा, समर्पण और संवेदनशीलता की ऐसी यात्रा है, जिसके बारे में सभी देशवासियों को जानना चाहिए। राजनीति में अपने शुरुआती दिनों से लेकर उपराष्ट्रपति जैसे शीर्ष पद तक, नायडू गारू ने भारतीय राजनीति की जटिलताओं को जितनी सरलता और विनम्रता से पार किया, वह एक उदाहरण है। उनकी वाकपटुता, हाजिरजवाबी और विकास से जुड़े मुद्दों के प्रति उनकी सक्रियता के कारण उन्हें दलगत राजनीति से ऊपर हर पार्टी में सम्मान मिला है।
वेंकैया गारू और मैं दशकों से एक-दूसरे से जुड़े रहे हैं। हमने लंबे समय तक अलग-अलग दायित्वों को संभालते हुए साथ काम किया है, और मैंने हर भूमिका में उनसे बहुत कुछ सीखा है। मैंने देखा है कि जीवन के हर पड़ाव पर आम लोगों के प्रति उनका स्नेह और प्रेम कभी नहीं बदला है।
वेंकैया जी सक्रिय राजनीति से आंध्र प्रदेश में छात्र नेता के रूप में जुड़े थे। उन्होंने राजनीति के पहले पड़ाव पर ही प्रतिभा, व्यक्तित्व क्षमता और संगठन कौशल की अलग छाप छोड़ी थी। किसी भी राजनीतिक दल में उन्हें थोड़े ही समय में बड़ा स्थान मिल सकता था लेकिन उन्होंने संघ परिवार को पसंद किया, क्योंकि उनकी आस्था राष्ट्र प्रथम में थी। उन्होंने विचार को व्यक्तिगत हितों से ऊपर रखा और बाद में जनसंघ और बीजेपी को मजबूत किया।
उनकी वाकपटुता, शब्द शैली और संगठन सामर्थ्य से प्रभावित होकर एनटीआर जैसे दिग्गज ने उनकी प्रतिभा को पहचाना। एनटीआर उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करना चाहते थे, लेकिन वेंकैया गारू हमेशा अपनी मूल विचारधारा पर अडिग रहे। उन्होंने आंध्र प्रदेश में बीजेपी को मजबूत करने में बड़ी भूमिका निभाई है। गांवों में जाकर सभी क्षेत्रों के लोगों से जुड़े। उन्होंने विधानसभा में बीजेपी का नेतृत्व किया और आंध्र प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष भी रहे।
सिराज/ईएमएस 01जुलाई24