नासा के स्टारलाइनर’ स्पेसक्राफ्ट में आग की संभावना
वाशिंगटन । भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 5 जून को ‘स्टारलाइनर’ स्पेसक्राफ्ट के द्वारा स्पेस मिशन के लिए रवाना हुई थीं। उनके साथ एक और अंतरिक्ष यात्री बुश विलमोर भी थे, जो मिशन कमांडर हैं। दोनों को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईसीसी) पर करीब 8 दिन का वक्त बिताकर वापस लौटना था लेकिन दुखद यह हैं कि अब तक दोनों की वापसी नहीं हो सकी है। इसका एक मात्र कारण हैं बोइंग स्पेसक्राफ्ट का धोखा देना है। इस कारण सुनीता की सुरक्षित वापसी को लेकर दुआएं मांगी जा रही हैं। सुनीता जिस स्पेसक्राफ्ट के द्वारा इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) तक पहुंचीं, उस अमेरिकी एयरक्राफ्ट कंपनी बोइंग ने डेवलप किया है।
कंपनी इस स्पेस कैप्सूल’ भी कहती है। बोइंग ने अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (नासा) के कॉमर्शियल स्पेस प्रोग्राम के लिए स्पेसक्राफ्ट को डेवलप किया। हालांकि जब स्टारलाइनर को लांच किया जा रहा था, तभी इसमें से हिलियम गैस लीक हो रही थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक बोइंग के इंजीनियर्स को लॉन्चिंग के दौरान गैस लीक के बारे में पता था, पर तब उन्हें नहीं लगा कि यह कोई बड़ी समस्या है पर यात्रा के दौरान स्पेसक्राफ्ट में 4 और जगह से हिलियम गैस का रिसाव होने लगा।
वहीं नासा के मुताबिक ऐसा बिलकुल नहीं है कि ‘स्टारलाइनर’ का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। इमरजेंसी में विलियम्स और उनके साथी एस्ट्रोनॉट स्पेसक्राफ्ट से धरती तक लौट सकते हैं। पर फिलहाल एजेंसी पूरी समस्या की तह तक पता लगा रही है कि आखिर इन फ्लाइट में गैस क्यों और कैसे लीक हुई और थ्रस्टर क्यों फेल हुए। इसकारण एस्ट्रोनॉट्स की वापसी टाल दी गई है।
हालांकि जानकारों की राय नासा के बिल्कुल विपरीत है। उनके मुताबिक स्टारलाइनर में हिलियम गैस का रिसाव गंभीर समस्या की तरफ इशारा करता है। अगर गैस रिसाव का पता नहीं लगाया गया और इस ठीक नहीं किया गया तब रिटर्न फ्लाइट में आग लगने की संभावना है। इस केस में सुनीता विलियम्स और विल्मोर की जान भी जा सकती है।