पुतिन के साथ करेंगे द्विपक्षीय वार्ता
नई दिल्ली । पीएम मोदी सोमवार को रूस की यात्रा पर रवाना हो गए । पीएम मोदी का पांच साल बाद रूस का दौरा हो रहा है। वह सोमवार 8 से 10 जुलाई तक रूस और ऑस्ट्रिया के दौरे पर रहेंगे। पीएम मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए मास्को गए हैं। मोदी सोमवार को दोपहर बाद मॉस्को पहुंचेंगे।
पीएम मोदी मंगलवार को रूस में रह रहे भारतीय समुदाय से मिलेंग और उनसे संवाद करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी क्रेमलिन में अज्ञात सैनिक की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित कर मॉस्को में प्रदर्शनी स्थल पर रोसाटॉम मंडप का दौरा करेंगे। इसके बाद मोदी और पुतिन प्रतिबंधित स्तर पर बातचीत करेंगे। मोदी और पुतिन के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल स्तर की बाचतीत होगी। इस बीच रूसी सेना में नौकरी के नाम पर गुमराह कर भेजे गए भारतीय नागरिकों की रिहाई का मुद्दा भी इस बातचीत में उठ सकता है।
पीएम मोदी ने अपने एक्स पर लिखा- वह अगले तीन दिन रूस और ऑस्ट्रिया में रहेंगे। ये यात्राएं संबंधों को गहरा करने का एक शानदार अवसर होंगी। मैं इन देशों में रहने वाले भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करने के लिए भी उत्सुक हूं।
पीएम मोदी की इस यात्रा से पुतिन पश्चिम के प्लान पर पानी फेरने की प्लानिंग में हैं। खुद रूस का मानना है कि पीएम मोदी और पुतिन के मिलन से पश्चिम देशों को जलन होगी।
दरअसल, पीएम मोदी का मॉस्को दौरा रूस के लिए यह बड़ा अवसर है। अमेरिका समेत पश्चिम देश रूस को अलग-थलग करने की कोशिश में हैं। ऐसे में पीएम मोदी की यात्रा से रूस, पश्चिम के कुछ देशों को चिढ़ा सकता है कि वह अकेला नहीं है। यूक्रेन जंग के बाजवूद उसके साथ भी दुनिया के कई देश खड़े हैं। क्रेमलिन ने कहा कि पश्चिम इस यात्रा को ईर्ष्या भरी नजरों से देख रहा है।