अंधी रफ्तार से दौड़ रही बस ने दूध के टैंकर में पीछे से मारी टक्कर
उन्नाव । बिहार के मोतिहारी से दिल्ली जा रही एक स्लीपर बस ने पीछे से दूध के टैंकर में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस और टैंकर दोनों पलट गए जबकि बस का लगभग आधा हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया । उप्र के उन्नाव में लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे पर बुधवार की सुबह हुए इस हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई और 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए। सभी घायलों को बांगरमऊ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। हादसे के बाद चारों तरफ चीख-पुकार मच गई। मौके पर पहुंची पुलिस स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू कर घायलों को अस्पताल पहुंचाया। हादसे पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने और घायलों का समुचित इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, जनपद उन्नाव में सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।
पुलिस का कहना है कि ड्राइवर बस को लापरवाही से चला रहा था। उसने बांई ओर से ओवरटेक करने के चक्कर में पीछे से टैंकर में टक्कर मार दी। टैंकर से टकराने के बाद बस बेकाबू होकर पलट गई। टैंकर भी पलट गया। हादसे के बाद हाहाकार मच गया। घायलों के बीच से चारों तरफ चीख-पुकार मच गई। बस के बचे हुए लोग मदद के लिए पुकार रहे थे। आसपास के लोगों ने किसी तरह उन्हें बाहर निकालने की कोशिश की। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने कई लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया। हादसे की शिकार हुई बस बिहार के मोतिहारी जिले के पिपरा कोठी से मजदूरों को लेकर दिल्ली के भजनपुरा के लिए मंगलवार की शाम 5 बजे रवाना हुई थी। बुधवार की सुबह 5 बजे के करीब स्लीपर बस बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र में आगरा- लखनऊ एक्सप्रेसवे पर किलोमीटर संख्या 247 पर गांव गढ़ा के पास पहुंची। तभी ये हादसा हो गया।
17 की हालत गंभीर
अभी तक 18 के शव मोर्चरी में रखे गए हैं। मरने वालों में 14 पुरुष, दो महिलाएं, एक लड़का और एक लड़की शामिल है। 30 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। इनमें से 17 लोगों की हालत अभी गंभीर बनी हुई है। कई लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल भेजने की तैयारी की जा रही है। स्थानीय प्रशासन रेस्क्यू में जुटा हुआ है। मरने वालों की शिनाख्त अभी नहीं की जा सकी है।