भोपाल । राजा भोज एयरपोर्ट जल्द ही 1 अक्टूबर 2024 से चौबीसों घंटे यात्रियों और उड़ानों से गुलजार होगा। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) से आवश्यक मंजूरी मिल गई है। इस कदम से शहर की कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलने के साथ यात्रियों के लिए बेहतर यात्रा विकल्प उपलब्ध होगा।
बढ़े हुए उड़ानों के घंटों के अलावा, भोपाल एयरपोर्ट अब डिजी यात्रा सेवाएं शुरू करने के लिए भी तैयारी कर रहा है। भोपाल एयरपोर्ट निदेशक, रामजी अवस्थी ने कहा कि डिजी यात्रा एक अभिनव पहल है जो यात्रियों की पहचान वैरिफाई करने के लिए चेहरे की पहचान प्रणाली (एफआरएस) का उपयोग करती है। इस तकनीक का उद्देश्य पूरी यात्रा प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना और इसे यात्रियों के लिए अधिक कुशल और परेशानी मुक्त बनाना है।
डिजी यात्रा प्रत्येक चरण में दस्तावेजों के मैन्युअल सत्यापन की आवश्यकता को समाप्त कर देगी, क्योंकि एफआरएस विभिन्न चौकियों पर यात्रियों की पहचान को प्रमाणित करेगा। इसमें हवाई अड्डे का प्रवेश द्वार, पूर्व-सुरक्षा जांच और बोर्डिंग गेट शामिल हैं। इस कदम से यात्रियों को हवाईअड्डे पर नेविगेट करने में लगने वाला समय काफी कम हो जाएगा।
डिजी यात्रा का लाभ लाने के लिए, यात्रियों को अपने पहचान विवरण के साथ अपने चेहरे का बायोमेट्रिक डेटा रजिस्टर करना होगा। फिर पंजीकरण प्रक्रिया ऑनलाइन या हवाई अड्डे के कियोस्क पर पूरी की जा सकती है। एक बार पंजीकृत होने के बाद, यात्री कागज रहित और संपर्क रहित यात्रा अनुभव का आनंद ले सकते हैं, क्योंकि उनका चेहरा उनके बोर्डिंग पास और पहचान दस्तावेज के रूप में काम करेगा।
एयरपोर्ट निदेशक अवस्थी ने कहा भोपाल हवाई अड्डे पर 24×7 परिचालन और डिजी यात्रा सेवाओं की शुरूआत से अधिक यात्रियों को आकर्षित करने और क्षेत्र की आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। यह हवाई अड्डे को अधिक मात्रा में उड़ानों और यात्रियों को संभालने में सक्षम करेगा, जिससे मध्य भारत में एक प्रमुख पारगमन केंद्र के रूप में भोपाल की स्थिति मजबूत होगी।