विनेश फोगाट पर सुनवाई पूरी , फैसला जल्द आने की संभावना

नई दिल्ली । भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाफ को पेरिस ओलंपिक फाइनल से ठीक पहले वजन अधिक होने के आरोप में अयोग्य करार दिये जाने के मामले में सुनवाई पूरी हो गयी है। इस मामले में अब फैसला जल्द आने की उम्मीद है। विनेश ने इस प्रकार अयोग्य ठहराने जाने के खिलाफ भारतीय ओलंपिक संघ कोर्ट (आईओए) के साथ मिलकर ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (कैस) में अपील की थी। कैस में इस मामले को लेकर 3 घंटे सुनवाई चली। फाइनल से पहले विनेश का वजन उनके 50 किलो वर्ग में 100 ग्राम अधिक पाया गया था। आईओए को उम्मीद है कि इस मामले में फैसला विनेश के पक्ष में आयेगा। आईओए ने अपने एक बयान में कहा, ‘भारतीय ओलंपिक संघ को उम्मीद है कि विनेश की अपील पर कोई अच्छा फैसला आयेगा।’ विनेश की जगह फाइनल में क्यूबा की पहलवान युस्नेलिस गुजमान लोपेज उतरीं जबकि वह सेमीफाइनल में विनेश से हारी थी।
विनेश ने अपनी अपील में लोपेज के साथ संयुक्त रुप से रजत पदक दिये जाने की अपील की है। विनेश का कहना है कि मंगलवार को लोपेज के खिलाफ हुए मुकाबलों के दौरान उनका वजन निर्धारित 50 किलो सीमा के अंदर था। विनेश का पक्ष सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे और विदुष्पत सिंघानिया ने रखा। आईओए ने कहा, ‘मामला विचाराधीन है, इसलिए आईओए अभी इतना ही कह सकता है कि ऑस्ट्रेलियाई आर्बिट्रेटर डॉक्टर अनाबेल बेनेट एसी एसी ने सभी पक्षों को सुना। इस दौरान विनेश के अलावा यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग, इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी और आईओए ने अपनी ओर से पक्ष रखे। सभी संबंधित पक्षों को सुनवाई से पहले एफिडेविट जमा करने को कहा गया था। उसके बाद ही बहस हुई। आईओए ने कहा, ‘आर्बिट्रेटर बेनेट ने संकेत दिया कि आदेश का कार्यकारी हिस्सा जल्दी ही आएगा। वहीं विस्तृत फैसला बाद में सुनाया जाएगा।’ वहीं आईओए अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा, ‘आईओए मानता है कि विनेश का साथ देना उसका काम है कयोंकि हमें उसकी उपलब्धियों पर गर्व है।’