जीवन में क्षमा रखो, क्षमा मांगों और क्षमा दे दो : आचार्य विजय कुलबोधि सूरीश्वर

:: भुवनभानुसूरि मंडपम में आचार्यश्री ने बैर की विदाई-प्यार से सगाई विषय पर श्रावक-श्राविकाओं को संबोधित किया ::
इन्दौर (ईएमएस)। क्षमा के तीन प्रमुख तत्वों को जीवन में अमल में लाने की जरूरत है। पहला क्षमा रखो, दूसरा क्षमा मांगों और तीसरा है क्षमा दे दो। क्रोध की तीन किस्म होती है। एक पत्थर पर खींची रेखा, दूसरी मिट्टी पर खींची रेखा और तीसरी जल पर खींची रेखा। कितना भी पुण्य या धर्म कर लो लेकिन उससे कमाना कुछ नहीं है खोना ही है। अपने लिए दुखी होना पशुता है, दूसरों के लिए रोना मानवता है और सारे जगत के लिए रोना प्रभुता है। महावीर प्रभु के जीवन में अनेक कष्ट आए लेकिन उनके कभी आंसू नहीं निकले। लेकिन जब दो बूंद आंसू निकले तो वे इतिहास में दर्ज हो गए। प्रभु तो कल्याण करते ही हैं लेकिन उनके आंसू भी हम पर कृपा करते हैं। परमात्मा हमारे कल्याण के लिए रोते हैं।
उक्त विचार कंचनबाग स्थित बीसीएम प्राईड स्थित भुवनभानुसूरि प्रवचन मंडपम में आचार्य विजय कुलबोधि सूरीश्वर म.सा. ने पयुर्षण पर्व के दूसरे दिन बैर की विदाई-प्यार से सगाई विषय पर श्रावक-श्राविकाओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। आचार्यश्री ने आगे अपने प्रवचन में कहा कि मनुष्य के मन में अनेक ग्रंथियां होती हैं। उनमें एक है, मैं बड़ा हूँ। माँफी मांगने वाला हमेशा बड़ा होता है, जो छोटा होता है वह माफ़ी नहीं मांगता। जीवन में दुश्मन को मित्र बनाने के लिए अनेक मौके दे देना, लेकिन मित्र को दुश्मन बनने का एक भी मौका कभी मत देना। जीवन में रोते-रोते क्षमा मांगना आसान है, लेकिन हंसते-हंसते क्षमा मांगना बहुत कठिन है। अहम और वहम ये दोनों हमारे जीवन को कभी सुखी नहीं बनने देते। आपने कहा कि बिना क्षमापना के जीवन का उद्धार नहीं हो सकता। ज्ञान,शील, तप कितना भी कर लो लेकिन अगर क्षमा भाव नहीं रखा तो सब व्यर्थ है। सामने वाले को क्या करना चाहिए वह संसार कि सोच है लेकिन मुझे क्या करना है यह सोच होनी चाहिए।
नीलवर्णा पार्श्वनाथ जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक ट्रस्ट अध्यक्ष विजय मेहता, कल्पक गांधी एवं अनिल रांका ने बताया कि 8 सितंबर तक श्वेताम्बर जैन समाज में पर्युषण पर्व मनाया जाएगा। जिसके तहत आचार्यश्री अलग-अलग विषयों पर प्रतिदिन धर्मसभा को संबोधित करेंगे। सोमवार 2 सितंबर को हेल्प एवरीवन विषय पर आचार्यश्री धर्मसभा को संबोधित करेंगे। कंचनबाग बीसीएम प्राईड पर सुबह 9 से 11 बजे तक प्रवचन होंगे।