नसरल्लाह की मौत के पीछे……….ईरानी जासूस बना विभीषण

बेरूत । इजरायल ने एक महत्वपूर्ण सैन्य सफलता हासिल की है, इजराइली सेना ने हिजबुल्लाह प्रमुख सैय्यद हसन नसरल्लाह को हवाई हमले में मार गिराया। इस हमल के बाद आई रिपोर्टों में दावा किया गया है कि एक ईरानी जासूस ने इजरायली अधिकारियों को नसरल्लाह के ठिकाने के बारे में बताया था। 2006 में इजरायल के खिलाफ 34 दिनों तक चली जंग के बाद से नसरल्लाह सार्वजनिक रूप से शायद ही कभी दिखाई दिए थे और वे लंबे समय से छिपे हुए थे। इजरायली सेना ने कहा कि दहियाह इलाके में हिजबुल्लाह के भूमिगत हेडक्वार्टर पर ‘टारगेटेड हमले’ में नसरल्लाह को ‘खत्म’ कर दिया है। हिजबुल्लाह ने भी नसरल्लाह की मौत की पुष्ठि की है।
एक मीडिया रिपोर्ट में घटना के संदर्भ में बताया कि एक ईरानी जासूस ने इजरायली अधिकारियों को नसरल्लाह की बैठक की जानकारी दी थी, जिसमें वह हिजबुल्लाह के अन्य शीर्ष सदस्यों के साथ मौजूद था। ईरानी जासूस ने बताया कि नसरल्लाह किस समय हिजबुल्लाह के भूमिगत हेडक्वार्टर में होगा। हवाई हमलों में कई ऊँची इमारतें नष्ट हो गईं, और इजरायली वायु सेना द्वारा जारी वीडियो में इन इमारतों को कुछ ही सेकंड में मलबे में बदलते हुए दिखाया गया। लेबनानी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस हमले में छह लोग मारे गए और 91 अन्य घायल हुए।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने नसरल्लाह की मौत के बाद कहा कि उस निशाना बनाना उनके निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक था। उन्होंने ईरान को किसी भी जवाबी हमले की कोशिश न करने की चेतावनी दी, यह कहते हुए कि इजरायल की पहुंच मध्य पूर्व के किसी भी कोने तक है। इस हमले ने क्षेत्र में तनाव को और बढ़ा दिया है, और संभावित प्रतिक्रिया को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं।