नई दिल्ली ।विदेश मंत्री डॉ.एस.जयशंकर इस बार शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में भाग लेने के लिए पाकिस्तान जाएंगे। 2024 में पाकिस्तान एससीओ की अध्यक्षता कर रहा है। यह जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को आयोजित की गई मीडिया ब्रीफिंग में पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में दी। उन्होंने भारत की तरफ से पुष्टि करते हुए कहा कि 15 से 16 अक्टूबर तक पाकिस्तान के इस्लामाबाद में एससीओ के राष्ट्र प्रमुखों की बैठक की मेजबानी करेगा। जिसमें विदेश मंत्री डॉ.जयशंकर शामिल होंगे। ज्ञात हो कि इसके पूर्व में पाकिस्तान ने एससीओ के सदस्य देशों के शीर्ष नेताओं के नाते भारत से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था। भारत ने 30 अगस्त को पुष्टि करते हुए बताया था कि उसे पाकिस्तान में होने वाली संगठन की आगामी बैठक के लिए निमंत्रण मिला है। लेकिन इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने को लेकर कोई संकेत नहीं दिया गया। एससीओ की अध्यक्षता सालाना आधार पर बदलती रहती है।गौरतलब है कि पाकिस्तान की तरफ से एससीओ की बैठक का आयोजन एक ऐसे समय में किया जा रहा है। जब उसके जम्मू-कश्मीर के मामले पर भारत से द्विपक्षीय संबंध पूरी तरह से पटरी से उतरे हुए हैं। लेकिन भारत का संगठन की बैठक में भाग लेने का निर्णय यह दर्शाता है कि वह क्षेत्रीय सुरक्षा और सहयोग को लेकर कितना गंभीर है।
इस वर्ष एससीओ की बैठक का आयोजन रूस-यूक्रेन और इजरायल-ईरान के मध्य जारी वैश्विक संघर्षों के बीच हो रहा है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय तनाव के अलावा आतंकवाद, कट्टरता, मादक पदार्थों की तस्करी, सीमा सुरक्षा, आर्थिक सहयोग और क्षेत्रीय व्यापार जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जा सकता है। इसके अलावा सदस्य देश क्षेत्र में आपसी सहयोग और साझेदारी को मजबूत बनाने पर भी चर्चा कर सकते हैं। एससीओ एक यूरेशियाई राजनीतिक, आर्थिक, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा संबंधी मामलों से जुड़ा एक गैर-सरकारी संगठन है। वर्ष 2001 में चीन और रूस ने इसकी शंघाई में स्थापना की थी। भौगोलिक क्षेत्र और जनसंख्या के हिसाब से यह दुनिया का सबसे बड़ा क्षेत्रीय संगठन है। जिसमें यूरेशिया का 80 फीसदी भूभाग और 40 फीसदी जनसंख्या शामिल है। पिछले साल 2023 में एससीओ का सामूहिक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) करीब 32 फीसदी था। वर्ष 2017 में भारत और पाकिस्तान एससीओ के स्थायी सदस्य बने थे। वर्तमान में एससीओ में 10 सदस्य देश, 2 पर्यवेक्षक, 14 संवाद भागीदार और चार वैश्विक संगठन अतिथि भागीदार हैं। सदस्य देशों में चीन, रूस, भारत, पाकिस्तान के अलावा ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान और बेलारूस जैसे देश शामिल हैं।