-मुंबई लाने की तैयारी, सीआरपीसी 268 बन रही रोड़ा
मुंबई । महाराष्ट्र में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में गिरफ्तार तीसरे आरोपी प्रवीण लोनकर की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। 21 अक्टूबर तक पुलिस आरोपी से पूछताछ कर सकती है। पुलिस के मुताबिक प्रवीण का भाई शुभम जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है। बिश्नोई गैंग ने ही बाबा सिद्दीकी की हत्या की है।
इस हाई प्रोफाइल मामले में लॉरेंस बिश्नोई का नाम आने के बाद पुलिस उससे पूछताछ कर सकती है। लॉरेंस को साबरमती जेल से हिरासत में लेकर पूछताछ करने की मुंबई पुलिस अनुमति मांग सकती है लेकिन इसमें बड़ा पेंच है। कहा जा रहा है कि मुंबई पुलिस को लॉरेंस बिश्नोई की हिरासत आसानी से नहीं मिलेगी। सलमान खान को जान से मारने की धमकी और उनके घर के बाहर फायरिंग मामले में भी बिश्नोई का नाम आया था। तब से पुलिस लॉरेंस की कस्टडी मांग रही है।
विशेषज्ञों का मानना है लॉरेंस बिश्नोई की कस्टडी के लिए मुंबई पुलिस को हाईकोर्ट से इजाजत लेनी होगी। यह मुश्किल है। मुंबई पुलिस सलमान खान के घर फायरिंग मामले में लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ करना चाहती है। अब बाबा सिद्दीकी हत्याकांड का मामला बड़ा है इसलिए मुंबई पुलिस को लॉरेंस की कस्टडी मिल सकती है, वह भी सिर्फ केंद्र की इजाजत के बाद। बिश्नोई पिछले एक साल से साबरमती जेल में बंद है। उस पर पंजाब, दिल्ली, गुजरात और मुंबई में हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और ड्रग्स और हथियार तस्करी सहित कई मामले दर्ज हैं।
बता दें लारेंस बिश्नोई को खालिस्तान समर्थकों को आतंकी फंडिंग के सिलसिले में एनआईए ने गिरफ्तार किया था। केंद्र ने एनआईए के अनुरोध के बाद सीआरपीसी 268 को लागू किया था। सीआरपीसी 268 के आदेश अगस्त में समाप्त होने थे, लेकिन केंद्र ने आदेश को एक साल और बढ़ा दिया।