इन्दौर । स्वयं दिव्यांग और कैंसर ग्रस्त होने के बावजूद अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं, कयाकिंग और केनो में देश के लिए पदक हांसिल करने वाली इन्दौर की युवती पूजा गर्ग ने गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय कैंसर अवेयरनेस डे के उपलक्ष्य में अपनी 4500 कि.मी. की साहसिक यात्रा पूरी करते हुए भारत-चीन बार्डर स्थित नाथु ला दर्रा पर भारत का तिरंगा फहराते हुए आम लोगों को संदेश दिया कि कैंसर और अन्य असाध्य बीमारियों से डरने के बजाय डटकर उनका मुकाबला करना चाहिए। जीवन में कुछ भी असंभव नहीं होता। जोश, जज्बे और जुनून से हर हालात में किसी भी बीमारी से लड़ा जा सकता है।
अग्रवाल समाज केन्द्रीय समिति के पूर्व अध्यक्ष अरविंद बागड़ी ने बताया कि पूजा गर्ग ने अपनी यह यात्रा गत 25 अक्टूबर को समाजसेवी प्रेमचंद गोयल, टीकमचंद गर्ग, महापौर पुष्यमित्र भार्गव एवं अन्य स्नेहीजनों की मौजूदगी में गीता भवन इन्दौर से प्रारंभ की थी। उन्होंने ‘जब आंखों में अरमान लिया, मंजिल को अपना मान लिया, तब मुश्किल क्या, आसान क्या, ठान लिया तो ठान लिया ’ जैसे ध्येय वाक्य के साथ भोपाल, जबलपुर, रीवा, मैहर, वाराणसी, पटना, सिलीगुड़ी, दार्जीलिंग, गंगटोक और अंततः नाथु ला दर्रा की यात्रा एक विशेष बाइक की मदद से पूरी की। उनके साथ इस कठिन यात्रा में भारतीय सेना के प्रमाणित पर्वतारोही और अनुभवी बाइक सवार मोहित राव जाधव, छायाकार युवराज कौशल, मां श्रीमती रेखा गर्ग, मौसी श्रीमती किरण गोयल और प्रबंधक प्रभलीन कोर बवेजा सहित कुल छह लोगों की टीम पूरे रास्तेभर साथ चली। पूजा ने बताया कि नाथु ला दर्रा पर सेना के जवानों ने उनकी इस साहसिक यात्रा की खुले मन से प्रशंसा की, बल्कि उन्हें इस यात्रा का प्रशस्ति पत्र भी भेंट किया। दार्जीलिंग और सिक्किम में भी उनका आत्मीय स्वागत हुआ। इसके अलावा जिन चार राज्यों से होते हुए वे नाथु ला पहुंची, वहां भी जगह-जगह पूजा के मनोबल को बढ़ाने के लिए आम नागरिकों ने कहीं पुष्प वर्षा की तो कहीं उन्हें फूल मालाओं से लादकर उनका उत्साहवर्धन किया। रीवा में तो गीतांजलि पब्लिक स्कूल में पूजा को आमंत्रित कर बच्चों के बीच ले जाकर उनका प्रेरक उदबोधन भी कराया गया।
पूजा ने समुद्र तल से 14400 फीट की ऊंचाई तक बाईक की मदद से अपनी यात्रा पूरी की। अब वे अयोध्या, सतना, चित्रकूट और मैहर होते हुए इन्दौर पहुंचेंगी। आज नाथु ला दर्रा पर उन्होंने जैसे ही अपना तिरंगा फहराया वहां मौजूद सैकड़ों लोगों ने उनकी साहसिक यात्रा के लिए भारत माता की जय और पूजा गर्ग जिंदाबाद के नारे लगाए। पूजा ने वहां अपने उदबोधन में कहा कि यह मेरे लिए गौरव का पल है। हमें कैंसर जैसी बीमारियों से डरना नहीं, बल्कि उन्हें अपने जुनून और जज्बे से हराना है। भारत-चीन की बार्डर पर खड़े सैनिक खराब मौसम के बावजूद हमारी रक्षा कर रहे हैं, जो हमारे लिए गौरव का विषय है। उन्हें सैल्यूट करते हुए पूजा ने जय हिन्द का उदघोष भी किया।
बागड़ी ने बताया कि पूजा के इन्दौर आगमन पर उनकी पूरी टीम का शहर के नागरिकों एवं अग्रवाल समाज की ओर से सार्वजनिक अभिनंदन किया जाएगा।