मुंबई । एक बार फिर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बयान चर्चा में आ गया। गडकरी खुद राज्य की नागपुर सीट से सांसद हैं। वह राज्य सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं। एक निजी चैनल से बातचीत में नितिन गडकरी ने कहा कि वह जब कोई फसल बढ़ती है तो उसमें कीड़े भी ज्यादा लगते हैं। उन्होंने कहा कि बीते दिनों में भाजपा की फसल काफी बढ़ी है और इसमें कुछ दागी नेता भी आ गए हैं। इस कारण फसल को बीमारी मुक्त करने के लिए कीटनाशक का छिड़काव करने की जरूरत है। गडकरी ने भाजपा के तेज गति से विस्तार को संदर्भ में कहा कि पार्टी के पास कई तरह की फसल है। इससे काफी अच्छी पैदावार होती है लेकिन इसके साथ कुछ बीमारियां भी आती हैं। ऐसे में हमें बीमारी वाली फसलों पर कीटनाशक के छिड़काव की जरूरत है। उन्होंने आगे भाजपा की एकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की जिम्मेदारी है कि वे नए नेताओं को वैचारिक ट्रेनिंग दें। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी है। अलग-अलग कारणों से लोग भाजपा में आ रह हैं। यह हमारी जम्मेदारी है कि हम उन्हें ट्रेनिंग दें। उनमें विचारधारा भरें और उन्हें अपना कार्यकर्ता बनाएं। इस दिशा में हमारी कोशिश चलती रहती है।
नितिन गडकरी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भाजपा राज्य में शिवेसना शिंदे गुट और अजीत पवार की एनसीपी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है। एनसीपी नेता अजीत पवार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। खुद भाजपा ने उन पर ये आरोप लगाए थे। लेकिन, बाद में वह भाजपा के साथ सरकार में डिप्टी सीएम बन गए। केंद्रीय मंत्री ने भारतीय संविधान के धर्मनिरपेक्ष सिद्धांत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन को निश्चिततौर पर धर्मनिरपेक्ष होना चाहिए। हमारे देश में विधारधारा में अंतर कोई समस्या नहीं है बल्कि विचार की कमी सबसे बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा कि सुविधाजनक राजनीति नहीं बल्कि प्रतिबद्ध राजनीति आज की जरूरत है।