-जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने इस मुद्दे को मानवीय संकट बताया
जम्मू । जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने रोहंगिया, बांग्लदेशी शरणार्थियों के मुद्दे को मानवीय संकट बताया है। रोहिंग्या, बांग्लादेशी को लेकर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार को इस मामले में स्पष्ट नीति अपनानी चाहिए। अगर केंद्र सरकार रोहिंग्या बांग्लादेशी शरणार्थियों को वापस भेज सकते हैं तो वापस भेज दें, लेकिन अगर यह संभव नहीं है तो हम उन्हें भूख और ठंड से मरने के लिए नहीं छोड़ सकते। यह मानवता और इंसानियत है। यह बातें उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को चैंबर आफ कामर्स इंडस्ट्रीज के एक समारोह में कही।
सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा न हम रोहिंग्या शरणार्थियों को लाए हैं और न ही हमने बसाया है, लेकिन यह भी इंसान है न की कोई जानवर। इंसानियत के नाते रोहिंग्या, बांग्लादेशी को न भूखे और न ही ठंड से मरने दे सकते हैं, क्योंकि इस समय जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में सर्दी का मौसम है। उमर ने कहा कि भारत जैसे देश के लिए अपनी परंपराओं और जिम्मेदारियों के मुताबिक इन शरणार्थियों का ख्याल रखना जरूरी है।