अबु मोहम्मद अल-जुलानी क्या मोसाद का सक्रिय एजेंट…सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावे

दमस्क । सीरिया में बशर अल-असद की सरकार का तख्तापलट हुए करीब एक हफ्ते से ज्यादा समय बीत चुका है! फिलहाल मुल्क में अंतरिम सरकार सत्ता देख रही है, लेकिन प्रमुख विद्रोही गुट के टॉप लीडर अबु मोहम्मद अल-जुलानी को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे है। दावा किया जा रहा है कि सीरियन विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) गुट के लीडर जुलानी इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद के एजेंट हैं। वहीं दमिश्क पर कब्जे के बाद से जुलानी ने इजराइल को लेकर काफी नरम रुख दिखाया है। हिजबुल्लाह के करीबी माने जाने वाले लेबनानी अखबार के अनुसार, दमिश्क पर शासन कर रहे विद्रोही समूह हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) ने सीरिया में हमास और इस्लामिक जिहाद सहित तमाम सशस्त्र फ़िलिस्तीनी समूहों को हथियार डालने, सैन्य संगठनों को भंग करने और प्रशिक्षण ठिकानों को बंद करने का आदेश दिया है। एचटीएस ने इन समूहों से कहा है कि वह सीरियाई सरकार की देखरेख में धार्मिक और राजनीतिक गतिविधियां कर सकते हैं, लेकिन उन्हें सीरियाई क्षेत्र को इजराइल के खिलाफ सैन्य अभियानों के लिए किसी भी तरह से इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं है। राजधानी दमिश्क पर एचटीएस के कब्जे के बाद से इजराइल ने भी सीरिया पर कब्जे वाले क्षेत्र को बढ़ा लिया है। सीरिया का गोलान हाइट्स इलाका कई दशकों से इजराइल के कब्जे में है और बशर सरकार के हटते ही इजराइल ने इससे आगे बढ़कर बफर जोन पर भी कब्जा किया है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इजराइली सेना अब दमिश्क से करीब 25 किलोमीटर दूर है। उधर, कुछ दिनों पहले विद्रोही गुट के लीडर अल-जुलानी से जब दक्षिणी सीरिया में इजराइली आक्रमण और कब्जे को लेकर सवाल पूछा गया था, तब उन्होंने इसमें दखल देने से साफ तौर पर मना किया था। जुलानी ने कहा था कि ‘सीरिया, इजराइल के साथ एक और जंग में शामिल नहीं होने जा रहा है, देश एक और जंग के लिए तैयार नहीं है। हमारे लिए सबसे बड़ा खतरा हिजबुल्लाह और ईरान समर्थित शिया मिलिशिया हैं।
दरअसल सोशल मीडिया में जुलानी की एक तस्वीर वायरल खूब हो रही है, इस तस्वीर में वह खाकी रंग की टैक्टिकल गियर पहने दिख रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि जुलानी ने जो टैक्टिकल गियर पहना हुआ है, उसका निर्माण एक इजराइली कंपनी करती है। वहीं इस कंपनी की वेबसाइट खंगालने पर पता चलता है कि यह टैक्टिकल गियर चाइनीज कंपनी की कॉपी है। यानी यह किसी असली ब्रांड का टैक्टिकल गियर नहीं है।
कौन है अबु मोहम्मद अल-जुलानी?
साल 1982 में सऊदी अरब के एक पेट्रोलियम इंजीनियर के घर पर जुलानी का जन्म हुआ। जुलानी जब 7 साल के थे तब उनका परिवार सीरिया आ गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 2003 में जुलानी अल-कायदा से जुड़ गया। इसके बाद साल 2011 में सीरिया गृहयुद्ध की शुरुआत के दौरान उसने ‘जबात अल-नुसरा’ नाम का संगठन बनाया। यह समूह अल-कायदा का सहयोगी था और संगठन को स्थापित करने में आईएसआईएस के आतंकी बगदादी ने बड़ी भूमिका निभाई। उधर 2016 में खुद को आधुनिक और उदारवादी के तौर पर पेश करने के लिए जुलानी ने अल-कायदा से नाता तोड़कर ‘जबात अल-नुसरा’ को भंग कर नया संगठन बनाया।