मंत्री सारंग ने किया अल्पना टॉकीज तिराहे पर सड़क व नाली निर्माण कार्य का निरीक्षण

न ड्राइंग न डिजाईन ठेकेदार अपनी मर्जी से कर रहा निर्माण कार्य
मंत्री सारंग के प्रश्नों पर निरुत्तर रह गए अधिकारी, बगैर सर्वे और प्लानिंग के कार्य प्रारंभ करने पर लगाई फटकार
भोपाल शहर में नहीं बनने देंगे बाढ़ की स्थिति- मंत्री सारंग
भोपाल । सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने शनिवार को शहर के हमीदिया रोड पर अल्पना तिराहे से भारत टॉकीज तिराहे पर निर्माणाधीन सड़क एवं नाले के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मंत्री सारंग ने निर्माण कार्य में अनियमितताओं और लापरवाही पर अधिकारियों के समक्ष नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने मौके पर ही पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर संजय मस्के को जमकर फटकार लगाई। मंत्री सारंग ने सड़क व नाली निर्माण के नक्शे और सर्वे के बारे में जानकारी मांगी तो उसपर भी अधिकारी जवाब नहीं दे सके। जिसको लेकर मंत्री सारंग ने निमार्ण कार्य रोककर सर्वे व ड्राइंग-डिजाईन तैयार कर पूरा प्लान बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कलेक्टर से लोक निर्माण विभाग, नगर निगम, मेट्रो और यातायात सहित सम्बंधित सभी विभागों के साथ बैठक कर प्लान तैयार करने के निर्देश दिये।
मंत्री सारंग ने कहा कि इस नाले का चैनेलाइजेशन पातरा नाले में किये जाने से उसपर दबाव बढ़ेगा। जिससे बारिश के समय भोपाल में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो जायेगी और इससे 10 लाख लोग प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की बाढ़ की स्थिति न बने यह सुनिश्चित करने के लिये सभी संबंधित विभाग समन्वय के साथ कार्य करें।
निरीक्षण के दौरान मिली खामियां
निरीक्षण के दौरान मंत्री सारंग ने पाया कि निर्माण कार्य बिना उचित सर्वेक्षण और योजना के शुरू किया गया है। नगर निगम द्वारा बनाई गई नाली नीचे है, जबकि पीडब्लूडी द्वारा बनाई गई नाली ऊंची है। पीडब्लूडी की लापरवाही के कारण नाली में पानी की निकासी नहीं हो सकेगी। नालियों का निर्माण भी सही तरह से नहीं किया गया है। वहीं जब मंत्री सारंग ने चीफ इंजीनियर से परियोजना की प्लानिंग और सर्वेक्षण की जानकारी मांगी तो अधिकारी निरुत्तर रह गए। इस पर मंत्री ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की।
न ड्राइंग न डिजाईन ठेकेदार अपनी मर्जी से कर रहा निर्माण कार्य
निरीक्षण के दौरान मंत्री सारंग ने पाया कि ड्राइंग और डिजाइन न होने के कारण ठेकेदार अपनी मनमर्जी से निर्माण कार्य कर रहा है। जहां जितनी आवश्यकता नहीं है वहाँ भी ठेकेदार द्वारा बड़ा निर्माण कार्य किया जा रहा है। जिससे शासन के पैसों की बर्बादी हो रही है। मंत्री सारंग ने निमार्ण कार्य रोककर सर्वे कर ड्राइंग-डिजाईन तैयार कर पूरा प्लान बनाने के निर्देश दिए।
सड़कों पर उड़ते धूल के गुब्बारे से आवागमन हुआ दूभर
मंत्री सारंग ने निरीक्षण के दौरान यह भी पाया कि नाले के निर्माण के बाद बैक फिलिंग भी गुणवत्तायुक्त जीरा गिट्टी से ना कर नाली खुदाई से निकले मलबे से ही कर दी गई है। जिससे धूल के गुब्बारों से नागरिकों का आवागमन दूभर हो गया है। इसके साथ ही कई स्थानों पर बगैर अतिक्रमण हटाये ही निर्माण कार्य किया गया है, जिससे नाली आड़ी- तिरछी बनी है | इसको लेकर मंत्री सारंग सख्ती दिखाते हुए निर्माण कार्य की गुणवत्ता में सुधार करने के साथ ही अतिक्रमण हटाने के निर्देश भी दिये।
10 लाख लोग होंगे प्रभावित
पातरा नाले में चेनेलाइजेशन के लिए आवश्यक नगर निगम की एनओसी भी नहीं ली गई थी। मंत्री सारंग ने इस अनियमितता को गंभीरता से लिया और नगर निगम के साथ समन्वय न होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बगैर योजनाबद्ध चैनेलाइजेशन के पातरा नाले में पानी डिस्चार्ज करने से यह नाले निर्माण कार्य शहर में बाढ़ का कारण बन सकता है, जिससे 10 लाख से अधिक लोग प्रभावित होंगे। मंत्री सारंग ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि भविष्य में ऐसी परिस्थिति से बचने के लिए सभी संबंधित विभागों द्वारा समन्वय के साथ योजना बनाई जाए।
सर्वे और प्लानिंग के पश्चात होगा निर्माण
मंत्री सारंग ने हा कि प्लानिंग और सर्वे के पश्चात ही कार्य प्रारंभ किया जाए। उन्होंने कलेक्टर से लोक निर्माण विभाग, नगर निगम, मेट्रो और यातायात विभाग को आपस मे समन्वय कर सुव्यवस्थित योजना तैयार करवाने को कहा। उन्होंने कहा कि यदि एक ही नाले में पानी जाएगा तो भोपाल शहर में बाढ़ की स्थिति बनेगी। निर्माण कार्य तत्काल रोक कर सर्वे और प्लानिंग करने के बाद ही काम शुरू किया जाये।
समन्वय से होगा विकास कार्य
अल्पना तिराहे से भारत टॉकीज तिराहे की ओर लोक निर्माण विभाग द्वारा किए जा रहे सड़क और नाली निर्माण कार्य को लेकर मंत्री सारंग ने कहा कि विकास कार्यों में लापरवाही और अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को एक साथ मिलकर काम करने और जनता की सुरक्षा व सुविधा को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया।