:: आवेदकों को अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए नहीं होना पड़े परेशान ; कलेक्टर ने दिए अधिकारियों को निर्देश ::
इन्दौर । प्रति मंगलवार की तहत इस मंगलवार भी कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई सम्पन्न हुई। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने आवेदकों की समस्याओं को गंभीरता से सुनकर उनका सहानुभूतिपूर्वक निराकरण किया। साथ ही अन्य अधिकारियों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष और अपने-अपने कक्षों में भी नागरिकों की समस्याओं को सुना और उनका मौके पर ही निराकरण किया। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि आवेदकों की समस्याओं का प्राथमिकता के साथ समय-सीमा में निराकरण सुनिश्चित किया जा रहा है। यह तय किया गया है कि आवेदकों की समस्याओं के समय-सीमा में निराकरण को सुनिश्चित करने के लिए विशेष व्यवस्था के तहत उनके प्रकरण सीएम हेल्पलाइन में दर्ज किए जा रहे हैं। समय-सीमा में निराकरण किया जा रहा है।
कलेक्टर सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे हर हाल में समय-सीमा में समस्याओं का निराकरण करें। अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए आवेदकों को भटकना नहीं पड़े। एक बार में ही समस्या निराकृत हो जाए। दर्ज समस्या के निराकरण के लिए उन्हें दोबारा नहीं आना पड़े। आवेदकों से जरूरत पड़ने पर संपर्क कर तत्काल समस्या का निराकरण करें। आज सम्पन्न हुई जनसुनवाई में कलेक्टर सिंह ने पुष्पा बाई को 15 हजार रुपये की मदद तत्काल स्वीकृत की। उसने बताया कि मेरे दो लड़के हैं और वे दोनों ही दिव्यांग है। बड़ा बेटा बीमार रहता है। इलाज के लिए पैसे की जरूरत है। इसको देखते हुए कलेक्टर ने उक्त सहायता स्वीकृत की। इसी तरह परदेशीपुरा की लक्ष्मी बाई को भी इलाज के लिए 10 हजार रुपये की मदद दी गई। विष्णु बाई ने बताया कि मैं ग्राम खजूरिया में रहती हूँ। मेरे पति दिव्यांग है। परिवार का भरण-पोषण मेरे उपर ही निर्भर है। मुझे सिलाई का कार्य आता है। अगर सिलाई मशीन मिल जाएगी, तो मेरा रोजगार बढ़ जाएगा। अच्छी आय होगी। कलेक्टर ने तुरंत सिलाई मशीन स्वीकृत की। इसी तरह मोहन सिंह को पत्नी के इलाज के लिए 10 हजार रुपये की मदद स्वीकृत की गई। बर्नाड एंथोनी को भी 10 हजार रुपये तत्कालीक मदद दी गई। इसी प्रकार ग्राम केलोद की सुन्दर बाई पति धर्मेन्द्र को 15 हजार रुपये की मदद दी गई। जनसुनवाई में आज भी बड़ी संख्या में संपत्ति, पारिवारिक, धोखाधड़ी सहित अन्य समस्याएं भी आयी जिनका यथासंभव निराकरण किया गया।