भोपाल। धार जिले के पीथमपुर इंडस्ट्रियल एरिया में भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड के 337 टन जहरीले कचरे के निपटान को लेकर शुक्रवार को दिनभर विरोध प्रदर्शन और तनावपूर्ण स्थिति बनी रही। इस दौरान दो लोगों ने आत्मदाह की भी कोशिश की। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने देर रात उच्चस्तरीय बैठक कर फैसला लिया और सभी को आश्वस्त किया कि पीथमपुर में जहरीला कचरा नहीं जलाया जाएगा।
गौरतलब है कि शुक्रवार को पीथमपुर में जहरीला कचरा जलाए जाने के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने हाईवे जाम कर दिया था और पुलिस बल पर पथराव किया गया था। इसी दौरान दो लोगों ने आत्मदाह की कोशिश भी की थी, जिन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। बिगड़ते हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने देर रात उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। बैठक के बाद सीएम यादव ने घोषणा की कि जनभावना को प्राथमिकता देते हुए राज्य सरकार अदालत में अपना पक्ष रखेगी। उन्होंने कहा कि अदालत का आगामी आदेश आने तक पीथमपुर में कचरा नहीं जलाया जाएगा। सीएम यादव ने जनता से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और भ्रम से बचें। सीएम यादव ने कहा, कि हमारी सरकार जनहित और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। यूनियन कार्बाइड कचरे को लेकर जनता की चिंताओं को अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए ही कचरे को यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से पीथमपुर लाया गया है।
उपद्रव मामले में एफआईआर
शुक्रवार को हुए उपद्रव को देखते हुए पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। धार एसपी मनोज कुमार सिंह ने बताया है कि उपद्रव के मामले में पांच एफआईआर दर्ज की गई हैं। क्षेत्र में स्थिति सामान्य है, और पुलिस बल तैनात है।
जनजीवन सामान्य के साथ बंद बुलाया
शुक्रवार के प्रदर्शन के बाद शनिवार सुबह से पीथमपुर में जनजीवन सामान्य रहा। यहां कुछ संगठनों ने बंद बुलाया है। इस बीच मुख्यमंत्री यादव ने भरोसा दिलाया है कि राज्य सरकार इस मामले में पूरी संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है और जनता के हितों को सर्वोपरि रखेगी।