इंदौर । मध्य प्रदेश के महू शहर में भारत की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीत के जश्न के दौरान हिंसा भड़क उठी। इस घटना में चार लोग घायल हो गए और तीन कारों सहित कई दोपहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील कर सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। पुलिस में दर्ज एफआईआर साजिश की ओर इशारा कर रही है। मामले में अभी तक 40 लोगों पर नामजद एफआईआर है।
भारत की चैंपियंस ट्रॉफी जीत के बाद महू शहर में जश्न का माहौल था। युवा क्रिकेट प्रशंसकों ने विजय जुलूस निकाला। जुलूस कई इलाकों से होकर जामा मस्जिद इलाके में पहुंचा। वहां पटाखे चलाने को लेकर दो गुटों में कहासुनी हो गई। जिसके बाद कहासुनी हाथापाई में बदल गई। जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि हिंसा की घटना पाँच अलग-अलग जगहों पर हुई। ताल मोहल्ला, सेवा मार्ग, पट्टी बाजार, माणेक चौक और जामा मस्जिद इलाके में उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया। तीन कारों और कई दोपहिया वाहनों को तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर दिया। इस घटना में चार लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 13 लोगों को हिरासत में लिया है। कलेक्टर सिंह ने कहा कि फिलहाल इलाके में शांति बहाल है। किसी को बख्शा नहीं जाएगा और हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
घटना के वीडियो फुटेज भी पुलिस के हाथ लगे हैं। इन फुटेज की जांच की जा रही है। कलेक्टर ने लोगों से सोशल मीडिया पर अफवाहें न फैलाने की अपील की है। पुलिस ने चेतावनी दी है कि ऐसा करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने बताया कि झड़प एक मस्जिद के पास शुरू हुई, जहां जुलूस में शामिल लोग दूसरे समूह से भिड़ गए।
रविवार देर रात महू में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया। इंदौर से वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हालात का जायजा लेने महू पहुंचे। स्थानीय लोगों के अनुसार, भारत की जीत के बाद युवा क्रिकेट प्रशंसकों ने जश्न में जुलूस निकाला था। जुलूस जब जामा मस्जिद इलाके में पहुंचा, तब वहां एक बड़े समूह ने जुलूस पर पथराव शुरू कर दिया। इससे भगदड़ मच गई और लोग अपनी बाइक छोड़कर भागने लगे। बाद में कुछ लोगों ने छोड़ी गई बाइकों को आग लगा दी, जिससे तनाव और बढ़ गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि हिंसक झड़प से शहर के कई इलाकों में दहशत फैल गई। इसके साथ ही यह सवाल है कि आखिर इलाके में पत्थर जमा कैसे हुए। जुलूस में शामिल लोगों का कहना है कि मस्जिद के अंदर से पत्थरबाजी हुई है। यानी मस्जिद में लोग पहले से पत्थर जमाकर रखे थे। वहीं, पुलिस ने मामले में कुल तीन एफआईआर दर्ज किए हैं। वहीं, महू में अब हालात सामान्य हो रहे हैं।