देहरादून । प्रसिद्ध चारधाम यात्रा के लिए आधार कार्ड आधारित ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया आज गुरुवार से शुरू हो गई। यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ होगी, जबकि केदारनाथ के कपाट 2 मई और बदरीनाथ के 4 मई को खोले जाएंगे। इसके अलावा, हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोले जाएंगे।
चारधाम यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना न करना पड़े इसलिए यात्रा के शुरुआती 15 दिन तक रजिस्ट्रेशन सेंटर 24 घंटे खुले रखने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही बताया गया कि विभाग हरिद्वार व ऋषिकेश के साथ यात्रा मार्गों पर भी रजिस्ट्रेशन सेंटर की संख्या बढ़ाएगा। जानकारी अनुसार, इस दफा चारधाम यात्रा के लिए 60 प्रतिशत ही रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन किए जाने की व्यवस्था की गई है, जबकि 40 प्रतिशत रजिस्ट्रेशन ऑफलाइन होंगे। उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण को अनिवार्य कर दिया है ताकि श्रद्धालु अपनी पंजीकृत तिथि पर सुचारू रूप से दर्शन कर सकें। श्रद्धालु उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आधार कार्ड के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं।
श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण निर्देश
पंजीकरण के दौरान सही मोबाइल नंबर दर्ज करें। धामों में दर्शन हेतु टोकन अवश्य प्राप्त करें। यात्रा के दौरान ऊनी कपड़े, छतरी, रेनकोट आदि साथ रखें। वरिष्ठ नागरिक यात्रा से पहले स्वास्थ्य जांच अवश्य कराएं। पंजीकरण प्रक्रिया में सटीक जानकारी दर्ज करें। हेली यात्रा के लिए टिकट आधिकारिक वेबसाइट पर ही बुक करें। हेली टिकट और दर्शन की सुविधा प्रदान करने वाले अनाधिकृत व्यक्तियों से बचें। यात्रा के दौरान जरूरी दवाएं अपने पास रखें। यात्रा मार्ग पर गंदगी न फैलाएं और स्वच्छता का ध्यान रखें। वाहन की गति नियंत्रित रखें और उचित स्थान पर पार्किंग करें। अस्वस्थ महसूस करने पर यात्रा स्थगित कर दें। चारधाम यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार एवं प्रशासन द्वारा विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं।