तेल अवीव । इजरायल ने शनिवार को लेबनान के विभिन्न स्थानों पर जबरदस्त तरीके से हवाई हमले किए हैं। लेबनान द्वारा किए गए रॉकेट हमले का प्रतिशोध में ये हमले किए गए हैं। इन हवाई हमलों में कम से कम 6 लोगों की मौत होने की सूचना है। दक्षिणी लेबनान के तौलीन गांव में हुए हमले में 5 लोगों की मौत हुई, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है। 10 लोगों के घायल होने की भी खबर है। इसके अलावा, तटीय शहर सिदोन में हुए एक अन्य हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई और सात लोग घायल हुए। सीरिया की सीमा के पास स्थित होश अल-सैयद अली गांव पर किए गए हमले में 5 लोग घायल हुए।
हिज़बुल्लाह ने रॉकेट हमले की जिम्मेदारी से इनकार किया और कहा कि वह युद्धविराम का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है। लेबनान के प्रधानमंत्री नवाफ सलाम ने दक्षिणी क्षेत्र में सेना को सभी आवश्यक कदम उठाने का आदेश दिया, लेकिन यह भी स्पष्ट किया कि लेबनान युद्ध की वापसी नहीं चाहता है। बता दें कि इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच 7 अक्टूबर को हुए हमास के हमले के बाद फिर से यह संघर्ष भड़क उठा था। इसके बाद से यह संघर्ष तीव्र हो गया और इजरायली हवाई हमलों में कई वरिष्ठ हिजबुल्लाह नेताओं की मौत हो गई। लेबनान में 4,000 से अधिक लोग मारे गए हैं, जबकि लगभग 60,000 इजरायलियों को विस्थापित होना पड़ा है।
इजरायली सेना ने बताया कि लेबनान ने सीमा के पास स्थित मेटुला नगर की ओर 6 रॉकेट दागे थे, जिनमें से 3 इजरायल की सीमा में घुस गए थे। हालांकि उन्हें इंटरसेप्ट कर लिया गया। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने सेना को लेबनान के कई लक्ष्यों पर हमले करने का आदेश दिया है। ये हमले उन जगहों पर होने हैं जहां ईरान-समर्थित उग्रवादी समूह हिजबुल्लाह की मौजूदगी है।सेना ने यह भी कहा कि वह इस हमले में शामिल संगठन की पहचान की पुष्टि नहीं कर सकती, लेकिन उसने हिजबुल्लाह के कमांड सेंटर और रॉकेट लॉन्चर पर हमला किया है। आपको बता दें कि इन हमलों ने युद्धविराम की चर्चा को कमजोर कर दिया है। कुछ ही दिन पहले इजरायल ने गाजा में भी हमास के खिलाफ युद्ध फिर से शुरू किया है।
युद्धविराम समझौते के तहत इजरायल को जनवरी अंत तक लेबनान से अपनी सेनाएं वापस बुलानी थीं, लेकिन इसे 18 फरवरी तक बढ़ा दिया गया। लेबनान ने संयुक्त राष्ट्र से इजरायल पर दबाव डालने की अपील की है कि वह वापसी की शर्तों को पूरा करे। संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल ने ताजा हिंसा पर चिंता जताई और सभी पक्षों से आगे की उन्नति को रोकने की अपील की। इन हमलों के बीच इजरायल का गाजा में सैन्य अभियान जारी है।