-भारतीय वायुसेना के सी-130जे विमान से यांगून पहुंची राहत सामग्री
नई दिल्ली । पड़ोसी देश म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। अब तक 800 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 1670 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इस संकट की घड़ी में भारत ने तत्परता दिखाते हुए ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत राहत कार्य शुरू किया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने जानकारी दी कि भारत ने म्यांमार की मदद के लिए 15 टन राहत सामग्री भेजी है। यह राहत सामग्री भारतीय वायुसेना के सी-130जे विमान के माध्यम से एयर फोर्स स्टेशन हिंडन से यांगून भेजी गई है। इस सहायता सामग्री में टेंट, कंबल, स्लीपिंग बैग, खाद्य पैकेट, स्वच्छता किट, जनरेटर, वाटर प्यूरीफायर और आवश्यक दवाएं शामिल हैं।
गौरतलब है कि म्यांमार में शुक्रवार को आए भूकंप के झटकों से कई इमारतें धराशायी हो गईं और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी, जिसके कारण क्षेत्र में और भी झटके आने की संभावना बनी हुई है। भूकंप के झटकों से म्यांमार और थाईलैंड में भय का माहौल बन गया है।
राहत सामग्री का विवरण
भारत द्वारा भेजी गई राहत सामग्री में कई आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं, जो प्रभावित लोगों के लिए जीवनरक्षक साबित होंगी। इनमें टेंट और स्लीपिंग बैग, कंबल, तत्काल खाद्य सामग्री, वाटर प्यूरीफायर और स्वच्छता किट, सोलर लैंप और जनरेटर सेट के साथ ही आवश्यक दवाएं – जिनमें पैरासिटामोल, एंटीबायोटिक्स, सीरिंज, दस्ताने, पट्टियां आदि शामिल हैं।
भारत की मानवीय सहायता
भारत ने हमेशा प्राकृतिक आपदाओं के दौरान अपने पड़ोसी देशों की मदद की है। ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत भेजी गई यह राहत सामग्री म्यांमार के लोगों को इस कठिन समय में राहत प्रदान करने में मदद करेगी। भारत सरकार ने आश्वासन दिया है कि जरूरत पड़ने पर आगे भी हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी।