आदिवासी, निराश्रित और जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा-दीक्षा से बड़ा कोई पुण्य नहीं हो सकता –

:: एम फॉर सेवा एवं आर्ष विद्या भारती ट्रस्ट के शिवमोती नगर में नव निर्मित भवन में गृह प्रवेश की रस्म संपन्न ::
इन्दौर । लगभग सवा करोड़ रु. की लागत से नवलखा, शिवमोती नगर में आर्ष विद्या भारती ट्रस्ट परिवार के तत्वावधान में नव निर्मित तीन मंजिला भवन ‘दयालय’ में गृह प्रवेश एवं पूजन समारोह की रस्म शनिवार को देश के विभिन्न राज्यों से आए संतों के सानिध्य में सौल्लास संपन्न हुई। एम फॉर सेवा एवं आर्ष विद्या भारती ट्रस्ट द्वारा प्रदेश में चलाए जा रहे आश्रमों से आए सैकड़ों बच्चों ने इस अवसर पर आयोजित अभिषेक-पूजा,. यज्ञ-हवन और अन्य अनुष्ठानों में शामिल होकर अपनी खुशियां व्यक्त की। बाहर से आए संतों ने भी अपने आशीर्वचन में संस्थान के सेवा कार्यों की खुले मन से सराहना की और कहा कि आदिवासी, निराश्रित और जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा-दीक्षा से लेकर लालन-पालन तक की व्यवस्था में जुटे इस प्रकल्प से बड़ा कोई पुण्य नहीं हो सकता।
आर्ष विद्या भारती की ओर से सुनील मालवीय, अरुण बागड़ी एवं राजेश अग्रवाल ने बताया कि एम फॉर सेवा के तत्वावधान में तीन दिवसीय गृह प्रवेश एवं पूजन महोत्सव में वृंदावन से आए महामंडलेश्वर स्वामी प्रणवानंद सरस्वती, गुजरात से आए स्वामी वेदतत्वानंद, साध्वी सदविद्यानंद, मां आनंदमयी आश्रम के अधिष्ठाता स्वामी केदार महाराज एवं एम फॉर सेवा के प्रांत प्रमुख स्वामी ऐश्वर्यानंद सरस्वती तथा स्वामी कृष्णानंद सहित एक दर्जन से अधिक साधु-संतों और महंतों ने आचार्य पं. कल्याणदत्त शास्त्री के निर्देशन में चल रहे अनुष्ठान में शामिल होकर विधि-विधान से गृह प्रवेश की रस्म संपन्न की। न्यासी मंडल की ओर से मनोज कासलीवाल, अजय गुप्ता, सुनील मालवीय आदि ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर विभिन्न आश्रमों से आई बालिकाओं और बालकों ने भी यज्ञ-हवन में शामिल होकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने का संकल्प लिया।
आश्रम के न्यासी अजय गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में एम फॉर सेवा द्वारा डिंडोरी, जबलपुर, इन्दौर नेमावर, खातेगांव धार, ओंकारेश्वर एवं बड़वाह सहित विभिन्न स्थानों पर आदिवासी एवं निराश्रित तथा जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा-दीक्षा, लालन-पालन और उनकी सम्पूर्ण व्यवस्था के उद्देश्य से आश्रम संचालित किए जा रहे हैं, जहां करीब 5 हजार बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। पद्मभूषण प.पू. स्वामी दयानंद सरस्वती की प्रेरणा एवं आल इंडिया मूवमेंट फॉर सेवा के प्रांताध्यक्ष स्वामी ऐश्वर्यानंद सरस्वती के सानिध्य में सहयोगी एवं दानदाता बंधुओं के सौजन्य से अब इन्दौर के शिवमोती नगर में लगभग सवा करोड़ रु. की लागत से ‘दयालय’ भवन में गृह प्रवेश की रस्म पूरी होने के बाद इस भवन का उपयोग राज्य के अन्य आश्रमों तक पहुंचने के लिए आने वाले संत-विद्वानों के लिए सेंट्रल पाइंट की तरह किया जाएगा। इस भवन में नियमित रूप से सत्संग-प्रवचन एवं संकीर्तन आदि के आयोजन भी हो सकेंगे। दोपहर मे गृह प्रवेश के पश्चात संध्या को आरती एवं प्रसाद वितरण के साथ इसतीन दिवसीय महोत्सव का समापन हुआ।