इन्दौर में पहली बार विधवा-विधुर, दिव्यांग-तलाकशुदा और अधिक उम्र के वैश्य उम्मीदवारों का अ.भा. परिचय सम्मेलन एक जून को –
:: वैश्य समाज के 25 से अधिक घटकों के एक हजार से अधिक प्रत्याशी शामिल होंगे ::
:: विवाह की बढ़ती उम्र एवं टूटते रिश्तों पर भी मंथन होगा ::
इन्दौर । म.प्र. वैश्य महासम्मेलन द्वारा इन्दौर के रवीन्द्र नाट्य गृह में रविवार, 1 जून को आयोजित किए जा रहे विधवा, विधुर, तलाकशुदा, दिव्यांग एवं अधिक उम्र के अविवाहित प्रत्याशियों के अ.भा. परिचय सम्मेलन को लेकर वैश्य घटकों में जबर्दस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। इस सम्मेलन के लिए अब तक 375 प्रविष्ठियां विधवा-विधुर एवं तलाकशुदा प्रत्याशियों की मिली हैं, जबिक 355 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनकी आयु 37 वर्ष से अधिक हो चुकी है। ये सभी मिलकर इस सम्मेलन में देशभर से आने वाले प्रत्याशियों में से अपने लिए योग्य एवं सर्वश्रेष्ठ जीवन साथी की तलाश करेंगे। सम्मेलन में अग्रवाल, माहेश्वरी, जैन, खंडेलवाल, मोढ़, नागर चित्तौड़ा, विजयवर्गीय, नीमा, पोरवाल, गहोई वैश्य सहित करीब 25 समाजों के प्रत्याशी शामिल होंगे। इन सभी समाजों के वरिष्ठ पदाधिकारियों का भी उल्लेखनीय सहयोग मिल रहा है। देश के 200 से अधिक केन्द्रों पर इस परिचय सम्मेलन के प्रविष्ठि पत्र उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
संगठन के प्रदेश महामंत्री अरविन्द बागडी, नगर अध्यक्ष धीरज खंडेलवाल, सम्मेलन संयोजक राजेश गर्ग एवं शिव जिन्दल ने बताया कि म.प्र. वैश्य कल्याण ट्रस्ट के अध्यक्ष गिरीश अग्रवाल एवं म.प्र. वैश्य महासम्मेलन के निवृत्ततमान प्रदेशाध्यक्ष उमाशंकर गुप्ता की प्रेरणा से करीब 25 वैश्य समाजों को एक जाजम पर जमा कर पहली बार यह अनूठा प्रयास किया जा रहा है। इसके पूर्व म.प्र. वैश्य महासम्मेलन की मेजबानी में सामान्य एवं उच्च शिक्षित प्रत्याशियों के लिए पिछले सात वर्षों में पांच अ.भा. परिचय सम्मेलन सफलतापूर्व आयोजित किए जा चुके हैं, जिनमें साढ़े 8 हजार से लेकर 10 हजार तक प्रविष्ठियां प्राप्त हुई और तय हुए रिश्तों का प्रतिशत भी 40 से अधिक रहा है। वरिष्ठ समाजसेवी और अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के संस्थापक रमेशचंद्र अग्रवाल की प्रेरणा से ही इन्दौर में परिचय सम्मेलन जैसे सामाजिक क्रांति के अभियान की शुरुआत हुई और अब उन्हीं की प्रेरणा से पहली बार विशिष्ट श्रेणी के प्रत्याशियों का वृहद आयोजन किया जा रहा है। वैवाहिक और दाम्पत्य जीवन के सुख से वंचित लोगों के जीवन में एक नई रोशनी लाने की दिशा में यह अनूठा प्रयास होगा। स्व. रमेशजी ने हर बार अपने उदबोधन में इस बात पर जोर दिया था कि वैश्य समाजों के बीच रोटी-बेटी के रिश्तों के साथ कारोबारी रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए इस तरह के परिचय सम्मेलन बहुत कारगर और उपयोगी साबित होंगे।
इन्दौर में होने वाले इस परिचय सम्मेलन के लिए मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, हरियाणा, उत्तरप्रदेश सहित देश के हिन्दी भाषी 12 राज्यों के अलावा विदेश में कार्यरत प्रत्याशियों से भी प्रविष्ठियां प्राप्त हो रही हैं। इन सभी प्रविष्ठियों को एक परिचय पुस्तिका के रूप में सचित्र प्रकाशित करने का काम भी शुरू किया जा चुका है। देशभर में स्थापित 200 से अधिक केन्द्रों पर इस सम्मेलन के प्रविष्ठि फार्म निशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं। वैश्य घटकों के उत्साह को देखते हुए अब तक 750 प्रविष्ठियां प्राप्त हो चुकी हैं और प्रतिदिन टेलीफोन पर मिलने वाली सूचनाओं को देखते हुए लगता है कि एक हजार से अधिक प्रविष्ठियां आएंगी। इन सबका प्रकाशन परिचय पुस्तिका में हो सके, इसके लिए सभी प्रत्याशियों एवं पालकों से आग्रह किया गया है कि वे अपनी प्रविष्ठियां 15 मई तक वाट्सअप नंबर 9303121286 एवं 9171242271 पर अथवा vaishyaparinay ऐप्प पर भी भेज सकते हैं। प्रविष्ठियां जितनी जल्दी प्राप्त होंगी, परिचय पुस्तिका में उनका प्रकाशन भी उतनी सुविधा और आसानी से संभव हो सकेगा। संगठन के नए प्रदेशाध्यक्ष सुधीर अग्रवाल के शहर आगमन पर शुक्रवार को अभय प्रशाल स्थित एक होटल के सभागृह में सम्मेलन के प्रविष्ठि पत्र का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री अरविंद बागड़ी, धीरज खंडेलवाल, राजेश गर्ग, शिव जिंदल, संदेश जैन, विजय झांझरी, रमेश गुप्ता, निर्मल अग्रवाल, अशोक खंडेलवाल, राजेश अग्रवाल सेंधवा, कैलाश खंडेलवाल, विकास डागा, प्रमोद गुप्ता, नीलेश अग्रवाल, प्रवीण नीखरा, अखिलेश जैन, राजकुमार गुप्ता, राजमकल माहेश्वरी, सुनीता गुप्ता, भारती कासलीवाल सहित बड़ी संख्या में आयोजन से जुड़े समाजबंधु मौजूद थे।
सम्मेलन के प्रथम सत्र में शादी की बढ़ती उम्र एवं टूटते रिश्तों जैसे सामयिक विषय पर एक घंटे का सेमिनार भी विशेष रूप से आयोजित किया जा रहा है, जिसमें देशभर से आने वाले वैश्य समाज के प्रमुख घटकों के प्रतिनिधि एवं शिक्षाविद तथा विद्वान वक्ता अपने विचार व्यक्त करेंगे। सम्मेलन में म.प्र. वैश्य कल्याण ट्रस्ट के अध्यक्ष गिरीश अग्रवाल, इन्दौर के वरिष्ठ समाजसेवी विनोद अग्रवाल, भरत मोदी विमल तोड़ी मोयरा समूह, प्रेमचंद गोयल, टीकमचंद गर्ग, विष्णु बिंदल, दिनेश मित्तल, अविनाश ओएस्टर सहित प्रदेश के वैश्य सम्मेलन से जुड़े सभी प्रमुख पदाधिकारी भी उपस्थित होकर समाजबंधुओं का मार्गदर्शन करेंगे।

संलग्न चित्र –
इन्दौर। म.प्र. वैश्य महासम्मेलन द्वारा एक जून को इन्दौर में आयोजित हो रहे परिचय सम्मेलन के प्रविष्ठि पत्र का लोकार्पण करते अतिथि एवं आयोजन समिति के पदाधिकारी।