पांच वर्षों में 52 उपग्रह लॉन्च करेगा भारत – इसरो प्रमुख वी. नारायणन का बड़ा खुलासा
इम्फाल । भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चेयरमैन डॉ. वी. नारायणन ने एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने बताया कि भारत की सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए 10 उपग्रह लगातार देश की निगरानी कर रहे हैं। यह उपग्रह देश की सुरक्षा और निगरानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, खासकर सीमा क्षेत्रों पर। यह बयान उन्होंने मणिपुर के इम्फाल में केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के 5वें दीक्षांत समारोह के दौरान दिया।
डॉ. वी. नारायणन ने बताया कि इन उपग्रहों का उपयोग रणनीतिक उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है, विशेष रूप से पाकिस्तान के साथ तनाव के समय में देश की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए। इन उपग्रहों के माध्यम से सीमा की निगरानी, प्राकृतिक आपदाओं का प्रबंधन और सुरक्षा बलों को सूचनाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
इसरो प्रमुख ने एक और बड़ी योजना का खुलासा किया कि भारत 2040 तक अपना पहला अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने की दिशा में काम कर रहा है। यह अंतरिक्ष में भारत की उपस्थिति को और मजबूत करेगा और देश को एक वैश्विक अंतरिक्ष शक्ति बनाएगा। डॉ. नारायणन ने बताया कि इसरो अब तक 34 देशों के 433 उपग्रहों को सफलतापूर्वक लॉन्च कर चुका है। यह भारत की अंतरिक्ष तकनीक में बढ़ती क्षमता और वैश्विक विश्वास का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इसरो का उद्देश्य न केवल भारत की सुरक्षा को मजबूत करना है, बल्कि वैश्विक स्तर पर अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में भारत की स्थिति को भी मजबूत करना है।
हाल ही में लॉन्च किए गए ईओएस-09 (रिसैट-1बी) उपग्रह का भी जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि यह उपग्रह दिन-रात और हर मौसम में इमेजिंग क्षमता रखता है। यह उपग्रह न केवल सुरक्षा बल्कि कृषि, आपदा प्रबंधन और अन्य नागरिक कार्यों में भी मददगार साबित हो रहा है।
डॉ. नारायणन ने बताया कि इसरो अगले पांच वर्षों में 52 उपग्रहों का एक समूह लॉन्च करने की योजना बना रहा है। इनमें से कई उपग्रह सुरक्षा और रणनीतिक उद्देश्यों के लिए होंगे। इसके अलावा, इन उपग्रहों को लॉन्च करने में निजी क्षेत्र की भी महत्वपूर्ण भागीदारी होगी, जिससे देश में अंतरिक्ष तकनीक के क्षेत्र में नए अवसर उत्पन्न होंगे।
इसरो की यह पहल राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ाने के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोग को दर्शाती है। सीमा सुरक्षा से लेकर आपदा प्रबंधन तक, भारत के उपग्रह देश की सुरक्षा और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इसरो की यह पहल भारत को अंतरिक्ष में और मजबूत बनाएगी।