दानिश के चक्कर में फंसी और पाकिस्तान के लिए जासूसी करने लगी ज्योति मल्होत्रा

नई दिल्ली । हिसार की ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि इस मामले में ज्योति की गिरफ्तारी कई खुफिया इनपुट के बाद हुई है। ज्योति के बनाए एक वीडियो में वह नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में आयोजित इफ्तार डिनर में शामिल हुई थी। यह वीडियो ज्योति की पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ कथित संलिप्तता का सबसे पुख्ता सबूत बन गया। ज्योति यहां पाक दूतावास के एक अधिकारी से ऐसे मिलती दिख रही है। इस मुलाकात से पता चला कि ज्योति उस अधिकारी से पहले भी मिल चुकी है। उस अधिकारी का नाम अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश है। इस पूरे मामले में मुख्य रूप से अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश का नाम सामने आया है, जिसे भारत सरकार ने जासूसी के आरोपों में पर्सोना नॉन ग्राटा (अवांछित व्यक्ति) घोषित कर 13 मई को देश से निष्कासित कर दिया था।
अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश पाकिस्तान उच्चायोग में एक अधिकारी था। भारतीय खुफिया एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, दानिश जासूसी गतिविधियों में संलिप्त था और उसने भारत की संवेदनशील जानकारी लीक की थी, जिसमें भारतीय सेना की गतिविधियों से संबंधित जानकारी शामिल थी। उसकी गतिविधियों के कारण भारत सरकार ने उसे पर्सोना नॉन ग्राटा घोषित किया और 13 मई 2025 को 24 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया।जांच के अनुसार, ज्योति मल्होत्रा ​​ने पहली बार 2023 में एक प्रतिनिधिमंडल के साथ पाकिस्तान की यात्रा की थी। वहां उसकी मुलाकात दानिश से हुई। भारत लौटने के बाद, उसने दानिश के साथ संपर्क बनाए रखा। दानिश की सिफारिश के बाद, उसने पाकिस्तान की दूसरी यात्रा की, जहां उसका परिचय अली अहसान से हुआ। अली ने ज्योति की पाकिस्तान में रहने और यात्रा की व्यवस्था की और उसे पाकिस्तानी खुफिया और सुरक्षा अधिकारियों, जैसे शकीर और राणा शाहबाज से मिलवाया। ज्योति ने शकीर का नंबर अपने फोन में जट रंधावा के नाम से सेव किया था ताकि संदेह से बचा जा सके। अधिकारियों ने संकेत दिया कि उसने बाद में इन गुर्गों को संवेदनशील खुफिया जानकारी भेजना करना शुरू कर दिया।
ज्योति मल्होत्रा की संदिग्ध गतिविधियां
जांच के अनुसार, ज्योति ने पाकिस्तान की चार से अधिक बार यात्रा की थी, जिसमें 2023 में दो यात्राएं शामिल हैं। उसने व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स के जरिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों के साथ नियमित संपर्क बनाए रखा। अधिकारियों का दावा है कि ज्योति ने भारतीय सैन्य ठिकानों और गतिविधियों से संबंधित संवेदनशील जानकारी शेयर की, जिसमें हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर से संबंधित जानकारी भी शामिल थी।