-केनरा बैंक की शाखा में हुई वारदात, कोई गिरफ्तारी नहीं
नई दिल्ली । भारत में अब तक की सबसे बड़ी बैंक लूट की घटना सामने आई है। कर्नाटक के विजयपुरा जिले की मनागुली स्थित केनरा बैंक शाखा से चोरों ने 52 करोड़ रुपये मूल्य का सोना लूट लिया। चोर 51 किलोग्राम सोने के आभूषण लेकर फरार हो गए। यह घटना 23 से 25 मई के बीच अंजाम दी गई और इसका खुलासा तब हुआ जब बैंक कर्मचारी 26 मई को कार्यस्थल पर लौटे।
पुलिस अधीक्षक लक्ष्मण निंबर्गी के मुताबिक, यह चोरी एक सुनियोजित साजिश थी। चोरों ने लंबे सप्ताहांत की छुट्टियों का फायदा उठाया। पुलिस को अब तक जिन तथ्यों का पता चला है, उसके अनुसार, चोर नकली चाबी से बैंक में दाखिल हुए थे और उन्होंने सुरक्षा अलार्म निष्क्रिय कर दिए थे। सीसीटीवी कैमरे और नेटवर्क वीडियो रिकॉर्डर चोरी कर लिए। इस चोरी में केवल लॉकर सेक्शन को ही निशाना बनाया गया। हैरान करने वाली बात यह है कि चोर जाते-जाते एक काली गुड़िया छोड़ गए, जिससे इस घटना को अब कथित तौर पर काले जादू या अंधविश्वास से जोड़कर देखा जा रहा है।
चोरी के पीछे 6-8 लोगों का संदेह, 8 टीमें जांच में जुटी
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 8 विशेष टीमें गठित की हैं। अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है और यह पता नहीं चल पाया है कि चोर सोना लेकर कैसे फरार हुए। वैसे यह पहली बार नहीं है जबकि कर्नाटक में चोरों द्वारा बैंक को निशाना बनाया गया हो। इससे पहले 28 अक्टूबर 2023 को दावणगेरे के न्यामथी में एसबीआई से 13 करोड़ का सोना चोरी हुआ था। इसी तरह 17 जनवरी 2024 को मंगलुरु के कोटेकर में सहकारी बैंक से 12 करोड़ की लूट हुई थी, जिसमें छह आरोपी गिरफ्तार किए गए थे।
सवालों के घेरे में बैंक की सुरक्षा व्यवस्था
इतनी बड़ी चोरी ने बैंकिंग सिस्टम की सुरक्षा और लॉकर सेक्शन की निगरानी व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। एक अधिकारी ने कहा, कि यह काम बेहद पेशेवर अपराधियों का है, जिन्होंने पूरी तैयारी और तकनीकी समझ के साथ चोरी की। अब तक की सबसे रहस्यमय बात इस केस में यही है कि चोरी के बाद घटनास्थल पर काली गुड़िया क्यों छोड़ी गई? क्या यह असली सुराग है या भ्रम फैलाने की एक चाल?