‘शो ‘दिव्य प्रेम: प्यार और रहस्य की कहानी’ एक अनोखी प्रेम गाथा है, जिसमें छुपे हैं रहस्य, आस्था और प्राचीन शक्तियों के रंग। उज्जैन की पावन धरती पर बनी इस फैंटेसी-लव स्टोरी में, रौशनी और अंधेरे के बीच की जंग दिखाई गई है। यह कहानी बताती है कि कैसे तकदीर और भक्ति दो दिलों को एक ऐसे सफर पर ले जाती है, । 20 वर्षीय दिव्या एक ऐसी लड़की है, जो साधारण दिखती है, लेकिन उसकी नियति असाधारण है। वह बाहर से सरल पर भीतर से एक दिव्य शक्ति से जुड़ी हुई, एक अज्ञात भाग्य से बंधी हुई है। उसका जीवन तब एक नया मोड़ लेता है, जब वो प्रेम से मिलती है। प्रेम एक निडर एवं सच्चे हृदय वाला लड़का है, जिसे उज्जैन के प्राचीन शिव मंदिर की ओर अद्भुत आकर्षण खींचता है। दिव्या और प्रेम का मिलन सिर्फ संयोग नहीं, बल्कि उस रहस्यमयी शक्ति का संकेत है, जो उन्हें कर्ण मोहिनी से टकराव की ओर ले जाती है। यह मायावन की एक रहस्यमई शक्ति है, जो अच्छाई और बुराई के संतुलन को बिगाड़ने की कोशिश में है।