प्राणिक हीलिंग, चक्र संतुलन और साउंड थेरेपी में विशेषज्ञ पूजा सेठ आधुनिक जीवन में ऊर्जा संतुलन की अहमियत पर ज़ोर देती हैं। उनके अनुसार, हमारे शरीर में मौजूद चक्र ऊर्जा केंद्र होते हैं, जो हमारी भावनात्मक, मानसिक और शारीरिक स्थिति को प्रभावित करते हैं।पूजा बताती हैं, “जब आपकी ऑरा प्रभावित होती है या आपके चक्र उल्टी दिशा में घूमने लगते हैं, तो इसका मतलब होता है कि आपके भीतर नकारात्मक ऊर्जा जम चुकी है। यही वो समय होता है जब व्यक्ति चिड़चिड़ा, बेचैन या उदास महसूस करने लगता है — और हीलिंग आवश्यक हो जाती है।”उनके अनुसार, असंतुलित या अवरुद्ध चक्र कई तरह की समस्याएं पैदा कर सकते हैं। “हम अक्सर समझ ही नहीं पाते कि हमारे ऊर्जा तंत्र में कितनी भावनात्मक थकान या तनाव जमा है। जब हम शुरुआती संकेतों को नज़रअंदाज़ करते हैं — जैसे बार-बार सोचते रहना, थकान, या मूड स्विंग्स — तो यह हमारे शारीरिक स्वास्थ्य में भी दिखने लगता है।