भारतीय वायुसेना की अक्लमंदी के सामने उल्लू बन गई मुनीर की सेना, इस तरह दिया चकमा

नई दिल्ली । भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को ऐसा चकमा दिया कि उसकी सारी पोल खुल गई। इस ऑपरेशन ने भारतीय वायुसेना (आईएएफ) की उन्नत इलेक्ट्रॉनिक युद्ध रणनीतियों को दुनिया के सामने ला दिया। पूर्व अमेरिकी एफ-15ई स्ट्राइक ईगल और एफ-16 थंडरबर्ड पायलट रयान बोडेनहाइमर ने आईएफए की रणनीतियों को अब तक का सबसे बेहतरीन स्पूफिंग और डिसेप्शन (भ्रम और धोखा) बताया। उन्होंने इस सफलता का श्रेय राफेल जेट के एक्स-गार्ड जैमिंग डिकॉय और स्पेक्ट्र ईवी सूट को दिया, जिसने पाक की पीएल-15ई मिसाइलों को धोखा दिया।
पाकिस्तान ने दावा किया कि उसकी सेना ने पांच भारतीय जेट्स, जिसमें तीन राफेल शामिल थे, को मार गिराया। लेकिन भारतीय सूत्रों और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने इन दावों को खारिज कर कहा कि ये नष्ट हुए डिकॉय (एक्स-गार्ड) थे, न कि असली राफेल जेट्स। इस ऑपरेशन में आईएएफ की इलेक्ट्रॉनिक युद्ध तकनीकों ने पाकिस्तान वायुसेना को पूरी तरह भ्रमित किया। एक्स-गार्ड एक इजरायली निर्मित फाइबर-ऑप्टिक टोड डिकॉय है, जिसे राफेल जेट्स के स्पेक्ट्र इलेक्ट्रॉनिक युद्ध सूट के साथ एकीकृत किया गया है। यह 30 किलोग्राम का उपकरण राफेल जेट के पीछे तार द्वारा खींचा जाता है। दुश्मन के रडार और मिसाइलों को धोखा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
360 डिग्री जैमिंग सिग्नल: एक्स-गार्ड 360 डिग्री के दायरे में जैमिंग सिग्नल भेजता है, जो दुश्मन के रडार और मिसाइलों के सक्रिय सीकर्स को भ्रमित करता है। यह रडार सिग्नेचर को नकली बनाता है, जिससे ऐसा लगता है कि यह एक असली जेट है। इतना ही नहीं एक्स-गार्ड में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग होता है, जो रडार सिग्नल के डॉप्लर शिफ्ट और सिग्नेचर की कॉपी करता है। यह दुश्मन के रडार को भ्रमित करने के लिए रीयल-टाइम में सिग्नल को बदलता रहता है, जिससे मिसाइलें असली जेट के बजाय डिकॉय को निशाना बनाती हैं।