नासिक । महाराष्ट्र की जनता से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे माफ़ी मांगे ऐसी मांग महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने की थी। हालाँकि, जब सांसद दुबे ने माफ़ी नहीं माँगी, तो नासिक मनसे शहर अध्यक्ष सुदाम कोंबडे ने नासिक ज़िला न्यायालय में दुबे के ख़िलाफ़ याचिका दायर की। साथ ही सांसद दुबे को मनसे शैली में सबक सिखाने की चेतावनी दी गई है। आपको बता दें कि सांसद दुबे ने मराठी समुदाय के ख़िलाफ़ विवादास्पद बयान देने के लिए मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे और शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की कड़ी आलोचना की थी। सांसद निशिकांत दुबे द्वारा मराठी लोग किसकी रोटी खाते हैं? तुम मराठी लोग हमारे पैसों पर पलते हो वाला विवादास्पद बयान देने के बाद, महाराष्ट्र में उनके ख़िलाफ़ गुस्से की लहर दौड़ गई थी।
उधर मुंबई से सटे मीरा-भायंदर में एक प्रवासी दुकानदार के मराठी न बोलने की बात कहने पर मनसे कार्यकर्ताओं ने उस पर हाथ उठा दिया था। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ठाकरे बंधुओं पर तब हमला बोला था। निशिकांत दुबे ने मराठी लोगों पर तंज कसते हुए कहा था, बताओ मराठी लोग कितना टैक्स देते हैं। इस पर मनसे के नासिक शहर अध्यक्ष सुदाम कोंबडे ने चेतावनी दी थी कि दुबे महाराष्ट्र की जनता से माफ़ी मांगें, अन्यथा अवमानना की कार्रवाई का सामना करें। लेकिन इसके बाद भी सांसद दुबे ने इस मामले में माफ़ी नहीं मांगी। इसलिए सुदाम कोंबडे ने उनके खिलाफ नासिक जिला सत्र न्यायालय में भारतीय दंड संहिता की धारा 352, 356 के तहत अवमानना याचिका दायर की है। मनसे शहर अध्यक्ष सुदाम कोंबडे ने यह भी चेतावनी दी है कि दुबे जब नासिक आएंगे तो उन्हें सबक सिखाएंगे।
दुबे कोई बयान न दें
मराठी मुद्दे पर दिए गए उनके विवादित बयान के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को शांत रहने की सलाह दी है। देवेंद्र फडणवीस ने 4 अगस्त को मीडिया से बात करते हुए कहा, हम महाराष्ट्र में स्थिति को संभालने में सक्षम हैं। मराठी लोग और यहाँ के अमराठी भी सुरक्षित हैं। महाराष्ट्र में मराठी और गैर-मराठी के बीच कोई विवाद नहीं है, फिर भी कुछ लोग जानबूझकर विवाद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। मेरी सलाह है कि सांसद दुबे को इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं देना चाहिए।