नई दिल्ली ।पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में की गई ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई को लेकर हालांकि बीते वक्त में देश के शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व के अलावा सशस्त्र सेनाओं के अधिकारी भी भारत के पक्ष को मजबूती के साथ सबके सामने रख चुके हैं। लेकिन अब इस मामले पर देश के इस सैन्य अभियान में अग्रणी भूमिका के साथ शामिल रही जम्मू-कश्मीर के चुनौतीपूर्ण सरहदी इलाके की सुरक्षा में तैनात उत्तरी कमांड का एक बयान सामने आया है। जिसमें उसने अपनी एक्स पोस्ट में बुधवार शाम को एक वीडियो जारी कर अभियान के दौरान पाकिस्तान में नेस्तनाबूद किए गए आतंकी कैंपों के बारे में जानकारी दी है। साथ ही ये भी बताया है कि ऑपरेशन सिंदूर के वक्त आतंकी ठिकानों पर किए गए सटीक हमले और पहलगाम नरसंहार के दोषियों का कैसे सफाया किया गया। जिससे इस क्षेत्र में पुन: शांति स्थापित हुई है। कमांड ने पोस्ट में ये भी कहा कि यह अभियान हमारे दृढ़ अभियान संयम के निर्णायक प्रतिक्रिया में बदलने का एक उदाहरण था। जो आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले और पहलगाम नरसंहार के दोषियों का सफाया इस क्षेत्र में शांति के लिए हमारी अटूट खोज को रेखांकित करता है।
उत्तरी-कमांड के वीडियो में यह भी दर्शाया गया है कि कैसे भारतीय सशस्त्र बलों के ताबड़तोड़ हमलों ने पाकिस्तान को भारत के सामने घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया और वह आखिरकार 10 मई की शाम 5 बजे से संघर्षविराम लागू करने पर राजी हो गया। यहां बता दें कि संघर्षविराम को लेकर सेना का ये वीडियो एक ऐसे समय में सामने आया है। जब भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ संघर्षविराम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लंबे वक्त से चर्चा का केंद्र बना हुआ है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बीसियों से अधिक बार दोनों देशों के बीच शांतिदूत बनकर संघर्षविराम कराने का दंभ भर चुके हैं। जिसे भारत ने सिरे से खारिज करते हुए संघर्षविराम को पूरी तरह से द्विपक्षीय बताया है।
वीडियो में पहलगाम में धर्म पूछकर कुल 26 बेकसूर लोगों की निर्मम हत्या करने वाले लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के तीनों आतंकवादियों को सेनाओं द्वारा मार गिराए की पुष्टि भी की गई है। ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई में पाकिस्तान और उसके अवैध कब्जे वाले कश्मीर में छिपे बैठे कुल 100 से ज्यादा आतंकवादियों को मार गिराने के घटनाक्रम को योजनाबद्ध ढंग से प्रस्तुत किया गया है। भारत का ये सैन्य अभियान अभी भी जस का तस जारी है। भविष्य में अगर पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ कोई आतंकी हमला किया तो उसे तुरंत उसका माकूल जवाब दिया जाएगा। यह नए भारत की आतंकवाद को जड़ से खत्म करने को लेकर बनी हुई जीरो टॉलरेंस की नीति है।