सीमांचल में घुसपैठिये के कारण डेमोग्राफी बदलती जा रही है- पीएम मोदी
पूर्णिया, । सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के पूर्णिया एयरपोर्ट का लोकार्पण किया। इसके साथ ही उन्होंने कुल 36,000 करोड़ की विकास योजनाओं की शुरुआत की। राष्ट्रीय मखाना बोर्ड, नई रेलवे लाइन और ट्रेन सेवाओं का भी उन्होंने रिमोट के जरिये शुभारंभ किया। इस दौरान राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा समेत कई केंद्रीय मंत्री और बिहार सरकार के मंत्री भी मौजूद थे। पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए मैथिली में कहा कि अहाँ सबकै परनाम करे छियै। पूर्णिया मां पूरण देवी भक्त प्रहलाद, महर्षि मेहीं बाबा के कर्मस्थली छियै, ई धरती पर फनीश्वरनाथ रेणु आरो सतीनाथ भादुड़ी जैइसन उपन्यासकार पैदा लेलकै। ई विनोबा भावे जैइसन कर्मयोगियों की कर्मस्थली छियै ई धरती के हम्में बार बार परनाम करई छियै।
उन्होंने आगे कहा, आज यहाँ बिहार के विकास के लिए करीब 40 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। रेल, एयरपोर्ट, बिजली, पानी से जुड़ी ये परियोजनाएं, सीमांचल के सपनों को पूरा करने का माध्यम बनेंगी। आज यहाँ 40 हजार से ज्यादा लाभार्थियों को पीएम-आवास योजना के तहत पक्का घर भी मिला है। इन 40 हजार परिवारों के जीवन में आज एक नई शुरुआत हुई है। धनतेरस से पहले, दीवाली से पहले, और छठ पूजा से पहले, अपने पक्के घर में गृहप्रवेश बहुत सौभाग्य से होता है। मैं इन परिवारों को बधाई देता हूं, शुभकामनाएँ देता हूँ। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि सीमांचल में घुसपैठिये के कारण डेमोग्राफी बदलती जा रही है। इसीलिए उन्होंने लालकिला से इन्हें भारत से बाहर निकालने की बात की थी। उन्होंने कहा कि आरजेडी-कांग्रेस के लोग घुसपैठियों को बचाने का काम कर रहे हैं। उन्हें बचाने के लिए नारे लगा रहे हैं लेकिन पूर्णिया की धरती से इन लोगों को कहना चाहता हूं कि कान खोलकर सुन लो, जो भी घुसपैठिया है उसे बाहर जाना ही होगा। पीएम मोदी ने कहा कि बिहार, बंगाल, असम जैसे कई राज्यों के लोग अपनी बहन-बेटियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. इसलिए मैंने लाल किले से डेमोग्राफी मिशन की घोषणा की है लेकिन, वोटबैंक का स्वार्थ देखिए, कांग्रेस-आरजेडी और उनके इकोसिस्टम के लोग घुसपैठियों की वकालत करने में जुटे हैं. उन्हें बचाने में लगे हैं और बेशर्मी के साथ ये लोग विदेश से आए घुसपैठियों के लिए नारे लगा रहे हैं, यात्राएं निकाल रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के विकास के लिए बिहार का विकास जरूरी है और बिहार के विकास के लिए पूर्णिया और सीमांचल का विकास जरुरी है. आरजेडी और कांग्रेस की सरकारों के कुशासन का बहुत बड़ा नुकसान इसी क्षेत्र को उठाना पड़ा है लेकिन, अब एनडीए सरकार में स्थिति बदल रही है. अब ये क्षेत्र विकास के फोकस में है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बिहार को विकास करते देखकर कांग्रेस और राजद ने फिर बिहार को बदनाम करने की ठान ली है. ऐसी मानसिकता वाले लोग कभी बिहार का भला नहीं कर सकते. जिन लोगों को अपनी तिजोरी भरने की चिंता रही हो, वो गरीब के घर की चिंता क्यों करें? कांग्रेस के एक प्रधानमंत्री ने माना था कि कांग्रेस सरकार 100 पैसा भेजती है तो 85 पैसा बीच में ही लूट जाता है. कांग्रेस-आरजेडी की सरकार में सीधे गरीब के खाते में पैसे नहीं आ पाते थे. लालटेन जलाकर वो पंजा उस पैसे पर हाथ मारता था और 85 पैसे मार लेता था. उन्होंने कहा, अभी आपने देखा होगा कि आरजेडी की सहयोगी कांग्रेस पार्टी सोशल मीडिया पर बिहार की तुलना बीड़ी से कर रही है. इन लोगों को बिहार से इतनी नफरत है. इन लोगों ने घोटाले और भ्रष्टाचार करके बिहार की साख को बहुत नुकसान पहुंचाया. पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के किसानों के लिए आय का एक साधन मखाने की खेती भी रहा है लेकिन, पिछली सरकारों ने मखाना और मखाना किसानों की भी उपेक्षा की. मैं दावे से कह सकता हूं कि ये जो आजकल यहां आकर चक्कर काटते हैं, उन्होंने मेरे आने से पहले मखाना का नाम भी नहीं सुना होगा.
- पूर्णिया हवाईअड्डे का किया लोकार्पण
पीएम मोदी ने कहा, आज सर एम. विश्वेश्वरैया जी की याद में हम इंजीनियर्स-डे मनाते हैं। विकसित भारत, विकसित बिहार के निर्माण में इंजीनियर्स की बहुत बड़ी भूमिका है। मैं देश के सभी इंजीनियर्स को आज के दिन की बहुत-बहुत बधाई देता हूं, अपनी शुभकामनाएं देता हूं। इंजीनियर्स का परिश्रम, उनका कौशल, आज के इस कार्यक्रम में भी दिख रहा है। पूर्णिया एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग, रिकॉर्ड पांच महीने से भी कम समय में बनाई गई है। आज इस टर्मिनल का लोकार्पण हुआ है, पहली कमर्शियल फ्लाइट को हरी झंडी भी दिखाई गई है। और हमारे एविएशन मिनिस्टर श्रीमान नायडू जी भी हमारे बीच हैं, उनके लिए भी जरा ताली बजाइए, यहीं से हवाई जहाज उड़ा रहे हैं वो। नए एयरपोर्ट की वजह से अब पूर्णिया देश के एविएशन मैप पर आ गया है। अब देश के बड़े शहरों से, बड़े व्यापारिक केन्द्रों से पूर्णिया और सीमांचल की सीधी कनेक्टिविटी होगी।
पीएम मोदी ने कहा, एनडीए सरकार द्वारा इस पूरे क्षेत्र को आधुनिक हाइटेक रेल सेवाओं से भी जोड़ा जा रहा है। कुछ दिन पहले ही भारत सरकार ने एक और बड़ा निर्णय लिया है। बक्सर-भागलपुर हाई-स्पीड कॉरिडोर के मोकामा-मुंगेर सेक्शन को मंजूरी दे दी है। इससे मुंगेर–जमालपुर-भागलपुर जैसे इंडस्ट्रियल हब को बहुत फायदा होगा। सरकार ने भागलपुर-दुमका-रामपुरहाट रेल लाइन के दोहरीकरण को भी मंजूरी दे दी है। आज भी मैंने वंदेभारत, अमृत भारत, पैसेंजर ट्रेन को हरी झंडी दिखाई है। आज अररिया-गलगलिया नई रेल लाइन का उद्घाटन हुआ है। विक्रमशिला-कटरिया नई रेल लाइन का शिलान्यास भी किया गया है। बिजली के क्षेत्र में भी बिहार को आत्मनिर्भर बनाने का काम चल रहा है। यहाँ भागलपुर की पीरपैंती में 24 सौ मेगावाट के थर्मल पावर प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया गया है।
बिहार की डबल इंजन की सरकार यहां के किसानों और पशुपालकों की आय बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। आज कोसी-मेची इंट्रा-स्टेट रिवर लिंक प्रोजेक्ट के पहले फेज का शिलान्यास भी हुआ है। इससे ईस्टर्न कोसी मेन कैनाल का विस्तार होगा। इससे लाखों हेक्टेयर भूमि की सिंचाई में सुविधा होगी, और बाढ़ की चुनौती से निपटने में भी आसानी होगी। उन्होंने कहा, बिहार के किसानों के पास आय का एक साधन मखाने की खेती भी रहा है। लेकिन, पिछली सरकारों ने मखाने की भी उपेक्षा की, और मखाना किसानों की भी उपेक्षा की। और मैं दावे से कहता हूं, ये जो आजकल यहां आकर के चक्कर काटते हैं ना, उन्होंने मेरे आने से पहले मखानों का नाम भी नहीं सुना होगा। ये हमारी सरकार है, जिसने मखाने को प्राथमिकता दी है। मैंने बिहार के आप लोगों से राष्ट्रीय मखाना बोर्ड के गठन का वायदा किया था। केंद्र सरकार ने कल ही राष्ट्रीय मखाना बोर्ड की स्थापना के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। मखाना किसानों को मखाने की अच्छी कीमत मिले, टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बढ़ाया जाएगा, राष्ट्रीय मखाना बोर्ड इसके लिए निरंतर काम करेगा। मखाना सेक्टर के विकास के लिए हमारी सरकार ने करीब पौने पाँच सौ करोड़ रुपए की योजना को मंजूर किया है। - काँग्रेस और आरजेडी से बिहार के सम्मान और पहचान को खतरा
पीएम मोदी ने कहा, काँग्रेस और आरजेडी से न केवल बिहार के सम्मान को खतरा है, बल्कि बिहार की पहचान को भी खतरा है। आज सीमांचल और पूर्वी भारत में घुसपैठियों के कारण डेमोग्राफी का कितना बड़ा संकट खड़ा हो चुका है। बिहार, बंगाल, असम, कई राज्यों के लोग अपनी बहनों-बेटियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। इसलिए ही मैंने लालकिले से डेमोग्राफी मिशन की घोषणा की है। लेकिन वोटबैंक का स्वार्थ देखिए, काँग्रेस-आरजेडी और उसके ecosystem के लोग घुसपैठियों की वकालत करने में जुटे हैं, उन्हें बचाने में लगे हैं, और बेशर्मी के साथ विदेश से आए घुसपैठियों को बचाने के लिए ये नारे लगा रहे हैं, यात्राएं निकाल रहे हैं। ये लोग बिहार और देश के संसाधन और सुरक्षा दोनों को दांव पर लगाना चाहते हैं। लेकिन आज पूर्णिया की इस धरती से, मैं इन लोगों को एक बात अच्छी तरह समझाना चाहता हूं, ये आरजेडी-कांग्रेस वालों की जमात, जरा कान खोलके मेरी बात सुन लो, जो भी घुसपैठिया है, उसे बाहर जाना ही होगा। घुसपैठ पर ताला लगाना, एनडीए की पक्की जिम्मेदारी है। जो नेता बचाव में खड़े हैं, जो घुसपैठियों को बचाने के लिए मैदान में आ गए हैं, मैं जरा उनको चुनौती देता हूं। आप घुसपैठियों को बचाने में चाहे जितना जोर लगा लें, हम घुसपैठियों को हटाने के संकल्प पर काम करते रहेंगे। जो लोग घुसपैठियों की ढाल बनते हैं, वो सुन लें, भारत में भारत का कानून चलेगा, घुसपैठियों की मनमानी नहीं चलेगी। ये मोदी की गारंटी है- घुसपैठियों पर कार्रवाई भी होगी और देश इसका अच्छा परिणाम भी देखकर रहेगा। घुसपैठ के समर्थन में कांग्रेस-आरजेडी वाले जो विषय उछाल रहे हैं, बिहार और देश की जनता उन्हें बहुत करारा जवाब देने जा रही है।