कांकेर । 22 सितंबर से शारदीय नवरात्रि पर्व शुरू हो गया और जिले के देवी मंदिरों में मनोकामना ज्योति कलश प्रज्जवलित किए गए। सबसे अधिक ज्योति कलश इस बार भी शीतलापारा स्थित शीतला मंदिर में प्रज्जवलित हुए। इस बार शारदीय नवरात्र 10 दिन का है और 1 अक्टूबर को इसका समापन होगा। नवरात्र के दौरान मंदिरों में सेवा गीत और विविध धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। शीतलापारा वार्ड स्थित शीतला मंदिर में 765 घी के ज्योति कलश प्रज्जवलित किए गए। अमेरिका में रहने वाले तीन श्रद्धालुओं ने भी यहां ज्योति कलश प्रज्जवलित किए। राजापारा सिंहवाहिनी मंदिर में 511 ज्योति कलश प्रज्जवलित किए गए, जिनमें 298 तेल और 213 घी के थे। अमेरिका, मेरीलैंड, आयरलैंड के साथ-साथ इंदौर, नागपुर, बैंगलोर, ग्वालियर और सतना के श्रद्धालुओं ने भी यहां कलश प्रज्जवलित किए। संतोषी मंदिर में 41, योगमाया कांकेश्वरी देवी मंदिर में 86, सिविल लाईन शीतला मंदिर में 138, जय मां भवानी माता मंदिर में 26, मोखला मांझी आदिशक्ति जिमिदारिन दाई मंदिर में 94 और कलेक्ट्रेट मार्ग शीतला मंदिर में 80 ज्योति कलश प्रज्जवलित किए गए। नवरात्र के दौरान देवी मंदिरों में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। पंचमी को विशेष पूजा एवं श्रृंगार किया जाएगा, अष्टमी को हवन होगा। कुछ मंदिरों में रोजाना सेवा गीत शाम ढलने के बाद प्रस्तुत किए जाएंगे। शांतिनगर वार्ड के बड़े कंकालिन मंदिर में दूसरे गांवों से मंडली भी आकर माता के नाम से सेवागीत और जसगीत प्रस्तुत करेंगे।