रतलाम पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल पर विद्युत/कर्षण पिरचालन विभाग के पर्यवेक्षकों द्वारा वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर/कर्षण-परिचालन श्री प्रदीप मीना के नेतृत्व में संरक्षा संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इसकी जानकारी देते हुए मंडल रेल प्रवक्ता ने बताया कि गाड़ी के परिचालन में लोको पायटल एवं सहायक लोको पायलट की सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। गाड़ी परिचालन के दौरान लोको पायलट/सहायक लोको पायलट की एक छोटी सी चूक एक बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। इन्हीं उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए कर्षण परिचालन विभाग द्वारा रतलाम मंडल के रतलाम, उज्जैन, इंदौर एवं डॉ अंबेडकर नगर मुख्यालय के लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, शंटर एवं लोको निरीक्षकों/मुख्य लोको निरीक्षकों के लिए मंडल कार्यालय रतलाम के समिति कक्ष में संरक्षा संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमे वीडियों एवं प्रजेंटेशन के माध्यम से पूराने प्रकरणों एवं उस दौरान हुई गलतियों के बारे में बताया गया तथा गलतियों की पुनरावृति न हो इस पर चर्चा की गई।
वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर(कर्षण परिचालन) श्री प्रदीप मीणा ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि गाड़ी परिचालन के दौरान खुद की सुरक्षा, इंजन की सुरक्षा तथा गाड़ियों के संरक्षित परिचालन पर ध्यान दें तथा गाड़ी परिचालन के दौरान सतर्क रहते और अतिआत्मविश्वास के साथ कोई कार्य न करें।
मंडल रेल प्रबंधक श्री आर.एन. सुनकर ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि गाड़ी परिचालन के दौरान लोको पायलट एवं सहायक लोको पायलट विशेष सतर्कता रखते हुए कर्व,एलसी गेट एवं अन्य स्थानों पर नियमानुसार लगातार सीटी बजाएं ताकि रनओवर की घटना को रोका जा सके।
संरक्षा संगोष्ठी में मंडल रेल प्रबंधक श्री आर.एन. सुनकर के अतिरिक्त अपर मंडल रेल प्रबंधक श्री के.के. सिन्हा, वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर(क/प) श्री प्रदीप मीणा, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी श्री पी.के. व्यास, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक श्री विपुल सिंघल एवं अन्य अधिकारी एवं बड़ी संख्या में कर्षण परिचालन विभाग के पर्यवेक्षक व कर्मचारी उपस्थित रहे।