18 अक्टूबर 2018 इंदौर (ईएमएस)। राजनीति में वक्तव्यों का स्तर मर्यादा को लगातार लांघ रहा है। पक्ष हो या विपक्ष दोनों ही बयानों को लेकर गंभीर नहीं हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बायनवीर कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक तुलना का इस्तेमाल किया है। भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने राहुल गांधी की तुलना रावण से की है। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र रूपी सीता का हरण करने के लिए राहुल साधु के भेष में घूम रहे हैं। विजयवर्गीय ने कहा, हमने रामचरित मानस पढ़ी है जिसमें बताया गया है कि रावण माता सीता का हरण करने साधु के वेश में गया था। यह रावणी मानसिकता है कि प्रजातंत्र की सीता का हरण करने के लिये हम गले में दुपट्टा डाल लें, जनेऊ पहन लें और तिलक लगा लें। लेकिन जनता सब समझती है और वह इस रावणी प्रवृत्ति के साथ कभी नहीं जा सकती।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के जारी प्रचार के दौरान राहुल के धार्मिक स्थलों में नजर आने के बारे में पूछे गये सवाल पर भाजपा महासचिव ने यह प्रतिक्रिया दी। विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया पर हाल ही में वायरल वीडियो को लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर तंज कसा। इस वीडियो में दिग्विजय कथित रूप से कह रहे हैं कि उनके भाषण देने से कांग्रेस के वोट कटते हैं। इसलिए वह पार्टी के लिये चुनाव प्रचार करने नहीं जा रहे हैं। भाजपा महासचिव ने कहा, दिग्विजय ने यह बात अपनी कुंठा में कही है। आमतौर पर नर्मदा परिक्रमा के बाद लोगों में वैराग्य का भाव आ जाता है। लेकिन इस धार्मिक यात्रा के बाद भी दिग्विजय में वैराग्य का भाव नहीं आया है। लिहाजा कांग्रेस ने उन्हें वैराग्य प्रदान कर दिया है। उन्होंने कटाक्ष किया, दिग्विजय को चुनावी सभाओं में भाषण देने से रोका जाता है। हम तो चाहते हैं कि वह इन सभाओं में खूब भाषण दें।
कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में कम से कम 80 विधानसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों को बुधवार को अंतिम रूप दे दिया, लेकिन उनमें से किसी के नाम की घोषणा अभी नहीं की है। पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी। पार्टी के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नई दिल्ली में कांग्रेस चुनाव समिति (सीईसी) की एक बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में मध्य प्रदेश के शीर्ष नेता मौजूद थे और 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों पर चर्चा की गई। कांग्रेस मध्य प्रदेश में भाजपा को सत्ता से बेदखल करना चाहती है। भगवा पार्टी इस राज्य में पिछले 15 साल से सत्ता में काबिज है। समझा जाता है कि राज्य में विधानसभा चुनावों के लिए अन्य उम्मीदवारों के नामों पर फैसला करने के लिए सीईसी की एक अन्य बैठक जल्द ही होगी। मध्य प्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं।