इंदौर में कृषि आधारित स्टार्टअप ग्रामोफोन की स्थापना आईआईटी और आईआईएम स्नातक, तौसीफ खान, निशांत महात्रे, हर्षित गुप्ता और आशीष राजन सिंह ने की थी। ग्रामोफोन ने 2016 में अपना कार्य करना शुरू किया और वर्तमान में मध्य प्रदेश में लगभग 1.5 लाख किसानों की मदद कर रहा है। इस स्टार्टअप का लक्ष्य किसानों को खेती की सही तकनीक प्रदान करना है जो उन्हें उच्च पैदावार देने का कार्य करती है बढ़ती तकनीकी प्रगति के साथ, इंटरनेट हर समस्या का समाधान बन गया है। आज, उन्हें खेती से संबंधित सहायता के लिए किसानों से 2 लाख से अधिक कॉल प्राप्त होते हैं और 80,000 से अधिक एप्लिकेशन इंस्टॉल हैं जहां लोग अपनी समस्याओं को साझा करते हैं।
08 दिसंबरको, ग्रामोफोन ने अपना फील्ड डे आयोजित किया जहां वर्तमान कृषि प्रथाओं की तुलना ग्रामोफोन कृषि एक्सपर्ट द्वारा बनाई गयी पद्यति से जा रही है। ग्रामोफोन के कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को हर कदम पर निर्देशित किया और फसल चक्र में फसल की समीक्षा की और परिणाम काफी उत्साहजनक हैं। बैंकपुरा गांव (धामनोद) के एक किसान मयंक अग्रवाल ग्रामोफोन के बारे में कहते है की, ष्मैं इस सीजन में ग्रामोफोन के विशेषज्ञों से मदद ले रहा हूं और अन्य क्षेत्रों की तुलना में, मेरी फसल स्वस्थ है और मुझे उम्मीद है कि इस बार 30-40 प्रतिशत ज्यादा उत्पादन होगा।