भोपाल (ईएमएस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को सौंप दिया है। मुख्यमंत्री ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि वह अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंपने के लिए जा रहे हैं। उन्होंने अपनी हार स्वीकार करते हुए मतदाताओं को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि वह सरकार बनाने का कोई दावा नहीं करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा इस्तीफा देने और भाजपा द्वारा सरकार बनाने का दावा नहीं करने से, अब कांग्रेस की सरकार बनने का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया है।उल्लेखनीय है,कांग्रेस को सपा ,बसपा और तीन निर्दलीय बागी प्रत्याशियों का समर्थन मिल जाने से कांग्रेस को 120 विधायकों का स्पष्ट बहुमत हो गया है। विधायक दल की बैठक लेने के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक भोपाल पहुंच गए हैं शाम 4 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक में विधायक दल के नेता का चुनाव होगा। देर शाम कांग्रेस विधायक दल के नेता का नाम राज्यपाल को सौंप कर सरकार बनाने का दावा कांग्रेस पेश करेगी।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिकांश विधायक कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाए जाने के पक्ष में हैं। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ही आमने सामने हैं। सूत्रों से यह जानकारी प्राप्त हुई है कि विधायकों की रायशुमारी के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया स्वयं विधायक दल के नेता के रूप रूप में कमलनाथ का नाम प्रस्तावित कर सकते हैं। एक संभावना यह भी व्यक्त की जा रही है कि जो पर्यवेक्षक आ रहे हैं ।वह विधायकों की रायशुमारी करके कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को नेता पद के चयन के लिए अधिकृत करेंगे।उसके बाद दिल्ली से घोषणा होगी। सूत्रों द्वारा यह जानकारी दी जा रही है कि मुख्यमंत्री पद के लिए कमलनाथ का नाम तय हो चुका है। विधायक दल की बैठक के बाद इसकी घोषणा हो जाएगी। कमलनाथ कल मुख्यमंत्री पद के शपथ ले सकते हैं।
एसजे/डेविड/12दिसम्बर