नयी दिल्ली 12 दिसंबर (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 16 दिसंबर को प्रयागराज में कुंभ मेले के लिए भारतीय रेलवे द्वारा विकसित की जा रहीं करीब 35 सुविधाओं का लोकार्पण करेंगे।
उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने अाज यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि भारतीय रेल प्रयागराज में आयोजित होने वाले कुंभ मेला 2019 के लिए बहुत तत्परता से तैयारी कर रही है। उत्तर मध्य रेलवे, उत्तर रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे ने मिल कर कुंभ मेला की अतिरिक्त भीड़ को प्रभावी रूप से संभालने के उद्देश्य से 700 करोड़ से अधिक की लागत वाले 41 काम शुरू किये हैं जिनमें से 29 कार्य पहले ही पूरा हो चुके हैं जबकि 16 दिसंबर काे प्रधानमंत्री के आगमन तक करीब 35 कार्य लोकार्पण के लिए तैयार होंगे। बाकी काम भी अगले माह के आरंभ तक पूरे कर लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि ये सभी काम स्थायी प्रकृति के हैं ताकि भविष्य में भी इसका लाभ मिलता रहे।
श्री चौधरी के अनुसार इलाहाबाद जं पर करीब 10 हजार यात्रियों की क्षमता वाले चार बड़े आश्रयस्थल बनाए गए हैं। इन आश्रयस्थलों में वेंडिंग स्टॉल, वॉटर बूथ, टिकट काउंटर, एलसीडी टीवी, पीए सिस्टम, सीसीटीवी साथ ही महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय ब्लॉक हैं। इसी प्रकार के आश्रय अन्य स्टेशनों पर भी निर्मित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद जं में मुख्य फुटओवर ब्रिज (एफओबी) को जोड़ने वाला स्काईवॉक निर्माण किया गया है। यह स्काईवॉक दोनों मुख्य एफओबी में से किसी एक पर भीड़ की स्थिति में यात्रियों को अन्य एफओबी पर निर्बाध रूप से स्थानांतरित करके दो मुख्य एफओबी में से किसी एक पर दबाव को कम करने में मदद करेगा।
उन्होंने कहा कि इलाहाबाद जं पर ‘वॉशेबल एप्रन’ युक्त नया प्लेटफार्म नंबर -6 (पूर्व घोषित प्लेटफार्म नंबर -11) पूरा किया गया। यह स्टेशन की मौजूदा क्षमता को बढाएगा और कुंभ मेला में भाग लेने के लिए वाराणसी से प्रयागराज आने वाले ‘प्रवासी भारतीयों’ के लिए ट्रेनों को चलाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाएगा। सभी प्लेटफॉर्मों को जोड़ने वाले इलाहाबाद जं के मुख्य एफओबी की चौड़ाई दोगुनी करके छह मीटर का किया गया है और अब यह कुल 12 मीटर चौड़ा हो गया है। इलाहाबाद स्टेशन के दिल्ली एंड पर एक नया एफओबी बनाया गया।
उन्होंने कहा कि सूबेदारगंज स्टेशन को नए प्लेटफार्म, नए एफओबी और मौजूदा प्लेटफॉर्म और एफओबी के विस्तार के साथ टर्मिनल स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। प्रथम चरण के सभी कार्य 30 दिसंबर 2018 तक पूरे हो जाएंगे। छिवकी स्टेशन पर 1.24 किलोमीटर की एप्रोच सड़क और 1.15 किमी के ड्रेन का निर्माण पूरा हो गया। छिवकी में प्लेटफार्म की सतह चौड़ी की गई। प्लेटफार्म शेड (21 बे), हाइड्रेंट पाइपलाइन तथा महिलाओं / पुरुष / दिव्यांग आदि के लिए शौचालय निर्मित किये गये।
सचिन टंडन
जारी वार्ता