चंडीगढ़ (ईएमएस)। हरियाणा में पांच नगर निगमों और दो नगरपालिकाओं के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ७० फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। अधिकारियों ने आज इसकी जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शुरू हुआ और शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। जिन पांच नगर निगमों के लिए मतदान हो रहा है वह हिसार, करनाल, पानीपत, रोहतक और यमुनानगर हैं जबकि दो नगरपालिकाओं में फतेहाबाद में जाखल मंडी और कैथल में पुंडरी शामिल हैं।
एक अधिकारी का कहना है कि मतदान सुबह साढ़े सात बजे शुरू हो कर शाम ४.३० बजे संपन्न हो गया। ७.०० बजे के करीब उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार इन चुनावों में ७० फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। हालांकि, अंतिम प्रतिशत आना बाकी है। सबसे अधिक मतदान जाखल मंडी नगर परिषद में हुआ है जहां ८९।५ प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है।
राज्य निर्वाचन आयोग के प्रवक्ता का कहना है कि कुल १४,०१,४५४ मतदाता वोटिंग के लिए पात्र हैं जिसमें से ७,४४,४६८ पुरुष और ६,५६,९८६ महिलाएं हैं। महापौर तथा नगर निगम एवं नगरपालिका सदस्यों के लिए यह मतदान १३६ वार्डों में हो रहा है। अगले वर्ष होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव से पहले सत्ताधारी भाजपा के लिए यह एक तरह से परीक्षा है जो कि स्थानीय निकाय चुनाव पार्टी के चिह्न पर लड़ रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इन चुनावों में पार्टी उम्मीदवारों के लिए काफी प्रचार किया है। विपक्षी इनेलो। बसपा ने भी इस चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारे हैं। कांग्रेस ने चुनाव में पार्टी चिह्न का इस्तेमाल नहीं करने का निणNय किया है। वह चुनाव मैदान में उतरे कुछ निर्दलीयों का समर्थन कर रही है। खट्टर के गृह विधानसभा क्षेत्र करनाल में भाजपा प्रत्याशी रेणु बाला गुप्ता के लिए दिक्कत हो गई है क्योंकि विपक्षी इनेलो। बसपा और कांग्रेस ने हाथ मिला लिया है और निर्दलीय उम्मीदवार आशा वाधवा का समर्थन कर दिया है। पहली बार पांच नगर निगमों के लिए महापौर सीधे चुने जाएंगे। पहले पार्षद महापौर का चयन करते थे। एक अन्य महत्वपूर्ण घटनाक्रम में हरियाणा के निर्वाचन आयोग ने नोटा विकल्प का इस्तेमाल एक ‘‘काल्पनिक उम्मीदवार’’ के लिए करने का निणय किया है। इससे विजेता उम्मीदवार के लिए, नोटा के लिए डाले गए मतों से अधिक वोट प्राप्त करना जरूरी हो गया है। प्रवक्ता ने कहा कि १२९२ मतदान केंद्र बनाये गए हैं। इनमें से ३०४ संवेदनशील और १६६ अत्यंत संवेदनशील मतदान केंद्र हैं। मतदान के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक बी एस संधू ने कहा है कि पूरे पुलिस प्रशासन ने निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए कमर कस ली है।
राज्य निर्वाचन आयोग के प्रवक्ता का कहना है कि कुल ७,०१६ पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इससे पहले पानीपत में बाबरपुर मंडी के १७०० से अधिक मतदाताओं ने नगर निगम चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय किया था। उनकी मांग थी कि उनके क्षेत्र को नगर निगम से हटाकर ग्राम पंचायत में बहाल किया जाए। स्थानीय निवासियों का दावा है कि बाबरपुर मंडी को पानीपत नगर निगम में २०१२ में शामिल किया गया था ताकि उसका तेजी से विकास सुनिश्चित किया जा सके, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।
झा/देवेन्द्र/ईएमएम/१७/दिसम्बर/२०१८/