-फिर में भी नहीं सुधरी खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता
नई दिल्ली (ईएमएस)। भारतीय रेलवे द्वारा संचालित ट्रेनों में ठेकेदानों द्वारा लगातार खराब खाना परोसे जाने पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने इस ठेकेदारों पर 155 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। इसके बाद भी खाने की गुणवत्ता में सुधार नहीं आया है।
संसद में एक सवाल के जवाब में सरकार ने बताया कि इस साल 2018 में अक्टूबर महीने तक रेलवे में खराब खाने को लेकर 7500 से ज्यादा शिकायतें मिल चुकी हैं। इनमें से 6261 शिकायतें आईआरसीटीसी के जरिए सरकार को मिली हैं। इन शिकायतों में लोगों ने खराब खना परोसे जाने की बात की कही है। लोगों ने खराब पानी बेचे जाने को लेकर भी शिकायतें की हैं। कुछ लोगों ने ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों में नियमों के उल्लघन की भी शिकायतें की हैं।
सरकार ने बताया इन शिकायतों के परिणाम स्वरूप रेलवे वेंडर्स (ठेकेदारों) के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई और पूरे साल में करीब 155 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया। सरकार ने बताया कि सभी माध्यमों से कुल 7529 शिकायतें मिली और उनके आधार पर ठेकेदारों के खिलाफ 1.55 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया। 2322 ठेकेदारों को नोटिस भेजा गया, एक लाइसेंस रद्द किया गया, जबकि 555 शिकायतें आधारहीन पाई गईं। सरकार ने बताया खाने की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए फूड सेफ्टी सुपरवाइजर्स की नियुक्ति की गई है। यहां लोग सुपरवाइजर को खाने के संबंध में शिकायत दे सकते हैं जिसके बाद खाने को लैब में टेस्ट के लिए भेजा जाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी।