कमलनाथ ने की केंद्रीय मंत्रियों से बात
भोपाल । प्रदेश में जारी यूरिया संकट के हल निकलने के आसार प्रबल हो गए है। प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा केद्र सरकार की सक्रियता के बाद धीरे-धीरे यूरिया की आपूर्ति मध्य प्रदेश में बढ़ने लगी है। मुख्यमंत्री के केंद्रीय मंत्रियों से बात करने के बाद दिसंबर के लिए यूरिया का कोटा 3.70 लाख मीट्रिक टन कर दिया है। अभी तक 2.55 लाख मीट्रिक टन खाद आ भी चुकी है। आयातित यूरिया पूर्वी और पश्चिम बंदरगाह से आपूर्ति में प्रदेश को प्राथमिकता मिलेगी। सरकार ने आगामी सात दिन में 30 हजार मीट्रिक टन यूरिया देने की मांग की है। रेलवे ने यूरिया के लिए ज्यादा से ज्यादा रैक मुहैया कराने पर सहमति जताई है तो बंदरगाहों से आयातित यूरिया भी प्राथमिकता के आधार पर मध्यप्रदेश को मिलेगा।
अभी तक प्रदेश में 4.20 लाख मीट्रिक टन यूरिया आ चुका है। अकेले दिसंबर में 2.55 लाख मीट्रिक टन यूरिया की आवक हुई है। सरकार ने अगले सात दिन में 10 रैक यानी लगभग 30 हजार मीट्रिक टन खाद देने की मांग रखी है। वहीं, केंद्र सरकार ने दीनदयाल (कांडला) बंदरगाह से मप्र के लिए 25 हजार मीट्रिक टन यूरिया का आवंटन कर दिया है। प्रमुख सचिव कृषि डॉ. राजेश राजौरा ने बताया कि कुछ ही दिन में यूरिया की तंगी से काफी हद तक निजात मिल जाएगी। दिन-ब-दिन यूरिया आपूर्ति की स्थिति सुधर रही है। मुख्यमंत्री के केंद्र सरकार से बात करने के बाद आवक बढ़ गई है।
सुदामा/25दिसंबर2018