बीएड कोर्स के लिए नहीं मिले छात्र-छात्राएं

53 महाविद्यालय में 10 से कम प्रवेश
भोपाल। मध्य प्रदेश के 53 महाविद्यालयों में बीएड कोर्स के 10 से कम एडमिशन हुए हैं दूसरी बार की काउंसलिंग में भी बीएड कोर्स में छात्र-छात्राएं नहीं मिल पा रहै हैं। मध्यप्रदेश में 53 महाविद्यालय में बीएड कोर्स की मान्यता है किंतु कुछ कालेजों में एक भी प्रवेश नहीं हुए हैं। जिन कालेजों में प्रवेश हुए हैं उनमें अधिकतम संख्या एक कालेज में 12 एक कॉलेज में 11 पांच कालेजों में 10 चार कॉलेजों में 9 छात्र छात्राओं ने दूसरी काउंसलिंग में प्रवेश लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजधानी भोपाल के बीएसएस, राम मनोहर लोहिया, एन आर आई क्राइस्ट और गुरुकुल कॉलेज में 10-10 प्रवेश भी नहीं हो पाए हैं। जबकि इनके पास बीएड कोर्स की प्रत्येक के पास 50 सीटों की मान्यता है। बीएसएस कॉलेज में 7, संत हिरदाराम कॉलेज में 12,एनआरआई कॉलेज में 7, एडीएस कॉलेज में 10,क्राइस्ट कॉलेज में 7, गुरुकुल कॉलेज में 4,जौहरी कॉलेज में 10,राम मनोहर लोहिया कॉलेज में 7 और पिकथाल कॉलेज में केवल 10 सीटों में ही प्रवेश हो पाए हैं।
बीएड की परीक्षा पास करने के बाद भी नौकरी नहीं मिलने से छात्र-छात्राओं का मोहभंग हो गया है। प्राइवेट स्कूलों और कॉलेज में भी बीएड पास कर चुके डिग्री धारियों को कोई नौकरी नहीं मिलने के कारण अब बीएड को लेकर जो उत्साह स्नातक छात्रों में देखने को मिलता था।अब वह नहीं मिल रहा है। प्रदेश के अधिकांश महाविद्यालयों में बीएड का प्रवेश नहीं होने के कारण इन कोर्स को आगे चला पाना कई कालेजों के लिए मुश्किल होगा। इंजीनियरिंग कॉलेज की तरह उन्हें भी अपनी सीटें सरेंडर करने के लिए बाध्य होना पड़ सकता है। तीसरे राउंड के प्रवेश में बीएड के कितने छात्र अपनी चॉइस देते हैं। इसको लेकर संशय बना हुआ है।
उच्च शिक्षा विभाग बीएड में प्रवेश देने के लिए दूसरे राउंड के एलाइनमेंट के लिए तैयारी कर रहा है।प्रथम राउंड में प्रदेशभर के सभी कालेजों में 12800 प्रवेश हुए हैं। 25 जिलों के 53 कालेजों में 10 से कम प्रथम राउंड में प्रवेश हुए हैं। उच्च शिक्षा विभाग 20 मई को 40 हजार रिक्त सीटों पर एलॉटमेंट के लिए प्रक्रिया शुरू करेगा। दूसरे राउंड के लिए मात्र 23 हजार विद्यार्थियों का पंजीयन हुआ है। इसमें से 17000 विद्यार्थियों का सत्यापन हुआ है।
एसजे/4.15/ 15 मई 2019