संजीव-नी।

सलाहकार। मेरे एक टीचर मित्र हे बहुत हैरान समस्या भी थी विचित्र, उनका एक पहलवान शिष्य…

दु:ख-1

“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””” ईश्वर ने पृथ्वी बनाने  से पहले दु:ख बनाया था !  और उसके बाद बनाया  स्त्री…

तब तुम आना ….

तो तुम आना…  इन एहसासो के रिश्तो मे… जब मेरे एहसास समझ सको….  तो तुम आना… …

हर बार मेरा “आंचल” तुम बनों..

हूं बूंद या बदली, या चाहे पतंग  आसमान तुम बनों !! हूं गजल या कविता, या…

लाली जैसा प्यार पिता का होता…

पौ फटने की लाली जैसा प्यार पिता का होता। फूलों वाली डाली जैसा प्यार पिता का…

लड़कियां दुर्बल

नहीं हैं ——————/ लड़कियां दुर्बल नहीं हैंं वे पूरी ताकत से अपने हक की लड़ाई लड़…

व्यथा , वसुंधरा की 

पुछती हे यह वसुंधरा हमसे कहाँ  हे  मेरी वह  चुनर धानी ? वह जंगल ? वह…

प्रकृति की रम्य खूबसूरती

सचमुच बहुत अच्छा लगता है कभी कभी अकेला होना खुद से बातें करना मुस्काना और खोजना…

बेटियों के पहरेदार

इस सत्ता के दरबारों में, हर गलियाँ और चौवारों में वो बेटी-बेटी चिखने वाले कहाँ गुम…

संकट में है बेटियां…?

पहले कोख मे अब खुले आम मारते हो, जीते जी क्यों मौत के घाट उतारते हो,…