देश के चहुमुखी विकास में पुलों की भूमिका महत्वपूर्ण: जितेन्द्र सिंह

नयी दिल्ली 01 नवम्बर (वार्ता) पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा है कि देश के चहुंमुखी विकास में पुल जैसे संपर्क साधनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
डॉ. सिंह ने गुरुवार को यहां भारतीय ब्रिज इंजीनियर संस्थान और सीमा सड़क संगठन द्वारा लंबे पुलों के डिजायन और योजना पर आयोजित सेमीनार का उद्घाटन करने के बाद यह बात कही। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के चहुंमुखी विकास में संपर्क साधनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि ये दोनों संगठन देश के विभिन्न क्षेत्रों को परस्पर जोड़ने के लिए सेतु निर्माण के क्षेत्र में अच्छा काम कर रहे हैं और इनके द्वारा बनाये गये ब्रिज इसका प्रमाण हैं।
सीमा सडक संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में सेमीनार का विषय महत्वपूर्ण है। इससे देश में ढांचागत संरचना के विकास को गति मिलेगी।
सेना उप प्रमुख ले. जनरल देवराज अंबू ने कहा कि सीमाओं पर सामरिक साजो सामान को तेजी और आसानी से पहुंचाने के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्र में सडक और पुल जैसे ढांचागत संसाधनों के विकास की बहुत अधिक जरूरत है। उन्होंने कहा कि नदियों और नहरों के ऊपर ब्रिज का निर्माण इंजीनियरों के लिए हमेशा से चुनौती रहा है। लंबे ब्रिज इन क्षेत्रों में बेहद महत्वपूर्ण हैं।
सेमीनार में ब्रिज इंजीनियरिंग से जुड़े लगभग 400 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
संजीव आशा
वार्ता