सोनी सब के‘ज़िद्दी दिल माने ना’ की पराक्रम एकेडमी में आयोजित होने जा रहे एक भव्य जलसा फेस्ट में कलाकारों और किरदारों के एक बेहतरीन ग्रुप को देखने का दुर्लभ मौका दे रहा है। ‘मैडम सर’ की हसीना (गुल्की जोशी) को ‘ज़िद्दी दिल माने ना’ के बत्रा साहब (विजय कश्यप) का एक कॉल आएगा और वे उन्हें जलवा फेस्ट के लिये आमंत्रित करेंगे। इसके साथ ही, मोनामी (कावेरी प्रियम) कोयल (सिम्पल कौल) और उसके बेटे निखिल (निर्भय ठाकुर) को कोयल के बुरे पति अभय (करण वीर मेहरा) के चंगुल से छुड़ाने के सीक्रेट मिशन पर है। ‘वागले की दुनिया’ के हमारे नेकदिल राजेश वागले (सुमीत राघवन), कोयल और निखिल को अनजाने में ही भागने के लिये लिफ्ट दे देते हैं। हालांकि बाद में राजेश अनजाने में ही अभय को कोयल के बारे में बता भी देते हैं, जो हताशा में कोयल को ढूंढ रहा होता है। कोयल ‘तेरा यार हूँ मैं’ की दलजीत (सायंतनी घोष) के पास पहुँचती है और उसे बंसल परिवार के घर में राहत और सुरक्षा मिलती है।